डा बैजू ने कहा, इस बार का प्रदर्शन निर्णायक होगा
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सोमवार 18 जुलाई 2022 को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन पृथक मिथिला राज्य के गठन की आठ करोड़ से अधिक मिथिला वासियों की चिरप्रतीक्षित मांग के समर्थन में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए रविवार को अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति द्वारा दिल्ली एवं एनसीआर में सघन जन जागरण अभियान चलाया गया।

दिल्ली के बुराड़ी में कवि विमलजी मिश्र, एडवोकेट सियाराम कामत एवं हीरालाल प्रधान, पूर्वी दिल्ली में मिथिला राज्य अभियानी सुनील कुमार झा, भगवंत झा, अजित कुमार, पं रविन्द्र मिश्र, किराङी से भूतपूर्व पार्षद रामदयाल महतो , आजादपुर से डा० मुस्तकीन, बदरपुर में डा० बैद्यनाथ चौधरी बैजू, प्रो० अमरेन्द्र झा, मयूर विहार में बालाजी, आयानगर में फूल कुमार,दिल्ली सेंट्रल में नंदन झा, डा० अरविंद दास एवं ईं० उमेश यादव, बल्लभगढ़ में चनदरभान शर्मा प्रधान, उत्तमनगर से भरत यादव, कीर्तीनगर से रंजीत सिंह जागरूकता अभियान चला रहे हैं। दिल्ली में महिला शक्ति भी जोरदार अभियान चला रही है जिसमें प्रमुख रुप से श्रीमती जयन्ती झा, श्रीमती सविता मिश्रा, श्रीमती अंजू झा और श्रीमती मधुलता मिश्रा हैं।

राष्ट्रीय प्रवक्ता ईंजीनीयर शिशिर कुमार झा ने बताया कि इसी तरह 18 जुलाई के धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए एनसीआर के गुरूग्राम में राजेश सिंह एवं अजय झा, फरीदाबाद में डा० रजीपाल झा, गौतमबुद्धनगर में श्री विनोद झा, कमलेश मिश्रा, मदन कुमार झा,दिवाकांत झा, संजय झा, जितेन्द्र पाठक, गाजियाबाद में राजेश झा, पं रंजीत झा, पं विद्यानंद झा ने सघन जागरूकता अभियान चलाया।

समिति के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू की अध्यक्षता में देर शाम धरना को सफल बनाने को लेकर चल रही तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। धरना को सफल बनाने को लेकर चल रही तैयारियों को संतोषजनक बताते हुए डा बैजू ने कहा कि मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य के गठन की जरूरत को लेकर सभी वर्ग और समुदाय के लोगों की सक्रियता को देखते हुए इस बार का प्रदर्शन निर्णायक होगा।