आजुक दिन विश्वविद्यालय हिंदी विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में प्रख्यात साहित्यकार मन्नू भंडारी के निधन पर श्रद्धांजलि सभा के आयोजन कैल गेल। हिंदी विभाग’क अध्यक्ष प्रो० राजेन्द्र साह एहि अवसर पर मन्नू भंडारी’ क कर्तृत्व आ व्यक्तित्व पर रोशनी देल गेल। अपने संक्षिप्त उद्बोधन में ओ कहलनि जे मन्नू जी दलित सब, वंचित सब आ स्त्री सबहक की आवाज़ छल। हुनकर रचना संसार बहुत व्यापक छल। एक दिस ओ ‘महाभोज’ एहन राजनीतिक आ यथार्थ परक उपन्यास के सृजन केलैथ त दोसर दिस ‘आपका बंटी’ एहन उपन्यास के सेहो सृजन कएलन्हि।ओ ज्वलन्त लेखकीय दायित्व केर पूरा संजीदगी के संग आजीवन निर्वहन केलनि। हुनकर खिस्सा सब सेहो जीवन के विविध आयाम सब के छूबैत अछि। ‘यही सच है’ में जत ओ प्रेम – सम्बन्ध सब पर बात करैत छथि, ओतहि ‘त्रिशंकु’ में ‘आधुनिकता’ केर ढोंग करैत परिवार सब पर प्रश्न ठाढ़ करैत नज़रि आबैत अछि।

एहि अवसर पर हिंदी विभाग’क पूर्व अध्यक्ष प्रो० चन्द्रभानु प्रसाद सिंह, डॉ० सुरेंद्र प्रसाद सुमन, डॉ० आनन्द प्रकाश गुप्ता, डॉ० अखिलेश कुमार, वरीय शोधप्रज्ञ कृष्णा अनुराग, अभिषेक कुमार सिन्हा, कनीय शोधप्रज्ञ धर्मेन्द्र दास, समीर कुमार, सुशील मंडल, मंजू सोरेन, पुष्पा कुमारी आ स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के द्वितीय आ चतुर्थ छमाही केर छात्रगण सब दू मिनट के मौन धारण क’ दिवंगत आत्मा के शांति’क प्रार्थना केलैथ।