#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर
8 सितंबर, प्रीपेड मीटर का बिल 6 लाख 74 हजार रुपये आते ही बेहोश हुई मजदूर परिवार की उपभोक्ता शहजादी खातुन।
मामला ताजपुर नगर परिषद क्षेत्र के कस्बे आहर वार्ड-19 निवासी शहजादी खातुन का है जिनके घर में जुलाई के अंत में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाया गया था। अगस्त में अचानक 6 लाख 74 हजार 547 रूपये का बिल आ गया। बिल सुनते ही गरीब उपभोक्ता चक्कर खाकर गिर पड़ी। उन्हें बुजुर्ग व बीमार पिता हसन रजा ने संभालते हुए बताया कि उनकी बेटी यहीं रहकर घर का कार्य संभालती है। इसलिए बिजली कनेक्शन उन्हीं के नाम से ले लिया गया है। विभाग के द्वारा 24 जुलाई 2024 को स्मार्ट मीटर लगाया गया। उसके बाद बिल बढ़ने लगा। उन्होंने बताया कि 22 जुलाई को कुल बकाया 4 हजार 94 रूपये का भुगतान कर दिया गया था। इसके बाद 4-5 बार 5-5 सौ रुपये का रिचार्ज किया गया। सप्ताह भर के भीतर ही रिचार्ज समाप्त हो जाता था। उसके बाद अचानक ही 31 अगस्त 2024 तक पौने सात लाख रूपये के करीब बिल भेजा गया है। शिकायत सुनने को कोई तैयार नहीं है।
इस बाबत पूछे जाने पर विधुत सुधार संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक सह भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि प्रीपेड मीटर में ज्यादा बिल उठने की जनता की लगातार शिकायत आ रही है। इससे पूर्व अस्पताल चौक के सुरेश कुमार का बार- बार रिचार्ज करने के बाबजूद आपूर्ति ठप था जिसे कार्यपालक अभियंता को शिकायत कर ठीक कराया गया था। मानपुरा में भी एक उपभोक्ता को भारी बिल आया था जिसे ठीक कराया गया। उन्होंने कहा कि बकौल उपभोक्ता सर्वर डाउन रहने पर रिचार्ज नहीं होना, शाॅट लगने पर उठा उच्चतम केवीए के अनुसार लगातार बिल लगना, मीटर में बिल लगातार अपडेट नहीं होना, रिचार्ज के बाबजूद बिजली आपूर्ति बंद हो जाना, बिल में लगातार बदलाव होना जैसे कई खामियां का शिकार प्रीपेड मीटर है। यह बात विभाग जानती है इसलिए कोई भी सरकारी विभाग, कार्यालय, अधिकारियों के आवास आदि में इसे नहीं लगाकर आम उपभोक्ता को “बली का बकरा” बनाया जा रहा है। इस पर रोक लगनी चाहिए।
इसी बीच भाकपा माले की एक टीम प्रभात रंजना गुप्ता, मो० कयूम, मो० एजाज के नेतृत्व में जाकर पीड़ित परिवार से मिलकर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। टीम ने ताजपुर जेई, जिला कार्यपालक पदाधिकारी, अधीक्षण अभियंता से पीड़ित परिवार का बिल सुधार करने, गड़बड़ी की जांच कर जवाबदेही तय कर जिम्मेवार विधुत कर्मी एवं पदाधिकारी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग अन्यथा आंदोलन करने की घोषणा की है।