11 से 17 तक संचालित नाइट ब्लड सर्वे को ले कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण

शहर के दो व छह प्रखंडों में सात दिनों तक चलाया जायेगा अभियान

कुल आठ जगहों से चार हजार सैंपल लेकर की जायेगी जांच

दरभंगा. 7 मई. जिला में आगामी 11 से 17 तक विभिन्न चयनित जगहों पर फाइलेरिया की पहचान के लिये लोगों के बल्ड सैंपल लिये जायेंगे. इसे लेकर विभागीय तैयारी पुरी हो चुकी है. कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन को लेकर आज टीबीडीसी विभाग में लैब टेक्नीशियन, आशा, बीसीएम को प्रशिक्षित किया गया. बतौर प्रशिक्षक डब्लयूएचओ के डॉ दिलिप कुमार, डीएमओ डॉ जय प्रकाश महतो, सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिन्हा, ने ट्रेनिंग दी. इसके फाइलेरिया संक्रमण की स्थिति की पहचान के लिए नाईट ब्लड सर्वे यानी रात्रि रक्त सर्वेक्षण पर टेकनीशियन को विस्तार से जानकारी दी गयी. इसमें बताया कि सात दिनों तक फाइलेरिया की पहचान के लिये अभियान चलाया जायेगा. प्रस्तावित आठ जगहों पर रात 08.30 बजे के बाद लोगों का ब्लड सैंपल लिया जायेगा. एक स्थल से पांच सौ सैंपल लिया जायेगा. इस प्रकार सात दिनों तक कुल चार हजार लोगों का सैंपल इकठ्ठा किया जायेगा. उसके बाद इसकी जांच की जायेगी. रिपोर्ट आने के बाद फाइलेरिया के मरीजों को उचित चिकित्सा दी जायेगी. मौके पर फाइलेरिया इंस्पेक्टर गणेश महासेठ, केयर डीपीओ प्रमोद कुमार सिंह आदि मौजूद थे.

इन जगहों पर होगा नाइट ब्लड सर्वे
डीएमओ डॉ जय प्रकाश महतो ने बताया जिले में फाइलेरिया रोग की स्थिति जानने के लिये छह प्रखंड व शहर मे दो जगह यह सर्वे किया जायेगा. इसमें सिंहवाड़ा का हरिहरपुर, केवटी का बरही, हनुमाननगर का नरदरिया, हायाघाट का सुरहाचट्टी, बहादुरपुर का प्रेमजीवर, सदर प्रखंड का सहबाजपुर व वार्ड नं तीन व नौ शामिल है.

लैब तकनीशियन की संपूर्ण जानकारी जरुरी:
मौके पर डब्लयूएचओ के डॉ दिलिप ने बताया कि नाईट ब्लड सर्वे की सफलता के लिए लैब तकनीशियन की निपुणता जरूरी है. बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए नाईट ब्लड सर्वे के द्वारा फाइलेरिया परजीवी की मौजूदगी सबसे महत्वपूर्ण सूचकांक है. इसके लिए चिन्हित गांव एवं शहरी क्षेत्रों में रात्रि यानी 8.30 से 12 के बीच में नाईट ब्लड सर्वे करना जरुरी है एवं इस सर्वे में अधिकतम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करना भी जरुरी है.