6 जुलाई को होनी है बी.एड. की परीक्षा
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दरभंगा। बुधवार को एक बार फिर हुई कुछ घंटों की बारिश ने एक बार फिर से दरभंगा नगर निगम के सफाई अभियान की पोल खोल कर रख दी है। इस बारिश ने कुछ घंटों में ही ऐसा कहर बरपाया कि ना सिर्फ शहर के विभिन्न इलाके जलमग्न हो गए, बल्कि स्वयं नगर निगम कार्यालय भी इसमें डूबता नजर आया और उसके दावों को इस बेमौसमी बरसात ने कुछ घंटों में ही धो डाला।

शहर के विभिन्न क्षेत्रों के साथ नगर निगम इलाके के विभिन्न मोहल्लों में बरसात के पानी का कहर जमकर बरपा, लेकिन सबसे बदतर स्थिति नगर निगम कार्यालय से सटे सीएम साइंस कॉलेज की एक बार फिर हो गई है। यहां फिलहाल चार्टर्ड एकाउंटेंट की परीक्षा चल रही है। जबकि 6 जुलाई यहां बी.एड. की परीक्षा होनी है. जिसमें दूरदराज के इलाकों के करीब 800 परीक्षार्थियों का पूर्व से केंद्र निर्धारित है. बुधवार को हुई बारिश से परिसर में घुटने भर पानी जमा हो गया है और इसने महाविद्यालय प्रशासन की चिंता की लकीरें काफी बढ़ा दी है।

महाविद्यालय के प्रधानाचार्य पद की कमान संभाल रहे पूर्व विधान पार्षद प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने बताया कि नगर निगम एवं जिला प्रशासन से महाविद्यालय परिसर में लगातार हो रहे जलजमाव के निदान करने का बार-बार अनुरोध करने के बाद भी स्थिति जस का तस बना हुआ है। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय परिसर के चारों ओर स्थित नालों को अनधिकृत रूप से अतिक्रमित कर लिए जाने के कारण महाविद्यालय को करीब सालों भर जलजमाव की अनचाही समस्या से जूझना पड़ता है।

नगर निगम एवं जिला प्रशासन से इस बाबत बार-बार अनुरोध करने के बाद भी नतीजा अब तक शून्य हैं. उन्होंने बताया कि नगर निगम की ओर से कुछ दिनों पहले महाविद्यालय परिसर के नालों की सफाई की गई थी, लेकिन सफाई कर्मियों की लापरवाही के कारण नाली से निकाला गया कचरा फिर से नाली में ही समा गया है।

उन्होंने कहा कि नगर निगम की समुचित सफाई के मामले में यदि आगे भी ऐसी ही उदासीनता बनी रही, तो बरसात में स्थिति फिर से भयावह होने वाली है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमित नालों के निरीक्षण का कार्य बार-बार अनुरोध करने के बाद भी अधिकारी सही तरीके से नहीं कर रहे हैं। जिसका परिणाम है कि महाविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों को अनचाहे जलजमाव की समस्या से बार-बार जूझना पड़ता है।