#MNN@24X7 देवघर। झारखंड के देवघर स्थित विश्व प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ धाम है।शास्त्रों में भी यहां की महिमा का उल्लेख है।मान्यता है कि सतयुग में ही यहां का नामकरण हो गया था।स्वयं भगवान ब्रह्मा और बिष्णु ने भैरव के नाम पर यहां का नाम बैद्यनाथ धाम रखा। ऐसी आस्था है कि यहां मांगी हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं।इसके लिए महाशिवरात्रि खास होती है। महाशिवरात्रि पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर यहां तैयारियां जोरों पर हैं। महाशिवरात्रि पर लाखों से अधिक की संख्या में श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ के दर्शन करने पहुंचते हैं।
शीघ्र दर्शनम् कूपन के लिए अतिरिक्त 6 काउंटर।
बता दें कि इस बार महाशिवरात्रि पर बाबा के जलार्पण के लिए श्रद्धालुओं को खास सुविधा दी जा रही है। 500 रुपये में शीघ्र दर्शनम् कूपन लेकर श्रद्धालु कम समय में बाबा पर जलार्पण कर सकेंगे।महाशिवरात्रि के दिन लाखों से अधिक की संख्या में श्रद्धालु धाम पर पहुंचते हैं।मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा बैद्यानाथ के दर्शन में परेशानी नहीं हो,इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती मंदिर में रहेगी।साथ ही शीघ्र दर्शनम् कूपन के लिए अतिरिक्त 6 काउंटर की व्यवस्था भी रहेगी।महाशिवरात्रि के एक दिन पहले से ही 500 रुपये का शीघ्र दर्शनम् कूपन मिलना शुरू हो जाएगा और साथ ही शीघ्र दर्शनम् कूपन के लिए अतिरिक्त 6 काउंटर भी खोले जाएंगे। वहीं महाशिवरात्रि पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस, प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के अधिकारियों की बैठक भी हुई है।इसमें महाशिवरात्रि को लेकर प्लान तैयार किया गया और संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
तीन दिन तक रहती है भीड़ – तीर्थ पुरोहित।
तीर्थ पुरोहित का कहना है कि धाम पर महाशिवरात्रि से तीन दिन तक श्रद्धालुओं का आना जारी रहता है।लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए लगातार आते रहते हैं।ऐसे में पुलिस की तैनाती मंदिर में तीन दिनों तक के लिए की जाए। इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं की बाबा के दर्शन में कोई परेशानी नहीं हो साथ ही मंदिर की व्यवस्था बनी रहे।
कब मनाई जाएगी महाशिवरात्रि।
हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि का त्योहार शनिवार 18 फरवरी को रात 8 बजकर 3 मिनट पर प्रारंभ होगा और इसका समापन रविवार 19 फरवरी को शाम 4 बजकर 19 मिनट पर होगा।चूंकि महाशिवरात्रि की पूजा निशिता काल में की जाती है, इसलिए यह त्योहार 18 फरवरी को ही मनाना उचित होगा।
महाशिवरात्रि पर त्रिग्रही योग
इस महाशिवरात्रि का पर्व बेहद खास रहने वाला है।इस बार महाशिवरात्रि पर त्रिग्रही योग का निर्माण होने जा रहा है। 17 जनवरी 2023 को न्याय देव शनि कुंभ राशि में विराजमान हुए थे।अब 13 फरवरी को ग्रहों के राजा सूर्य भी इस राशि में प्रवेश करने वाले हैं। 18 फरवरी को शनि और सूर्य के अलावा चंद्रमा भी कुंभ राशि में होगा।इसलिए कुंभ राशि में शनि, सूर्य और चंद्रमा मिलकर त्रिग्रही योग का निर्माण करेंगे। ज्योतिषविद ने इसे बड़ा ही दुर्लभ संयोग माना है।