देवघर।झारखंड के देवघर में इस बार श्रावणी मेले में कुल 40 लाख 48 हजार 438 श्रद्धालुओं ने बाबा मंदिर में जलार्पण किया।एक महीने में बाबा मंदिर में विभिन्न स्रोतों से 4.61 करोड़ की आय हुई है।देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि सर्वाधिक आय इस बार बाबा मंदिर के शीघ्र दर्शनम कूपन से हुई है।मंदिर को शीघ्र दर्शनम से 2.80 करोड़ की आय हुई है,क्योंकि इस बार पूरे माह में 87,158 श्रद्धालुओं ने शीघ्र दर्शनम कूपन से जलार्पण किया। इससे मंदिर प्रशासन को 60 फीसदी यानी 2 करोड़ 80 लाख, 10 हजार 100 रुपये की आय हुई है।इस कूपन की 40 फीसदी राशि से 1 करोड़ 55 लाख 68 हजार 900 रुपये की आय पुरोहितों को हुई है।

10.14 लाख श्रद्धालुओं बाह्य अरघा से किया जलार्पण

डीसी ने मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि पूरे सावन माह में 10 लाख 13 हजार 764 श्रद्धालुओं ने बाह्य अरघा से जलार्पण किया।मुख्य अरघा से 29 लाख 47 हजार 516 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया।श्रद्धालुओं ने भीड़ से बचने के लिए बाह्य अरघा पर भी आस्था जतायी और उनका जल बाह्य अरघा से भी बाबा पर चढ़ा,जिसे वे स्क्रीन पर देखकर संतुष्ट हो रहे थे।

डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि कि इस बार सावन माह में आने वाले कांवरियों ने प्रशासनिक सुविधा का खूब लाभ उठाया। उन्होंने बताया कि थके हारे 2 लाख 87 हजार 189 कांवरिये टेंट सिटी में ठहरे,पहली बार अध्यात्मिक भवन में भी 1 लाख 33 हजार 846 कांवरियों ने विश्राम किया,मेला क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों में पूरे माह भर में 1 लाख 47 हजार 810 श्रद्धालुओं का इलाज हुआ।

डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के 29 सूचना सह सहायता शिविरों में 33731 खोये-पाये कांवरियों को निबंधित किया गया और इनमें से 24848 कांवरियों को परिजनों से मिलाया गया।इसके अलावा 543 असहाय कांवरियों को रेलवे पास और 294 को आर्थिक मदद दी गयी। उन्होंने बताया कि श्रावणी मेले के दौरान एक माह में राज्य कर से सर्वाधिक आय हुई।राज्य कर संग्रह से 7 करोड़ 62 लाख 60 हजार रुपये की आय हुई।परिवहन विभाग की आय भी एक करोड़ 58 लाख 71 हजार 75 रुपये हुई।

सभी के सहयोग से हुआ सफल आयोजन

एसडीपीओ पवन कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इस बार इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को बेहतर जलार्पण की सुविधा दे पाने में हम सभी सफल हुए।विभिन्न विभागों के बीच बेहतर तालमेल और सभी के सहयोग से यह सफलता मिली है।इसलिए सभी के प्रति आभार प्रकट करते हैं।प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीडीसी डॉ ताराचंद, डीपीआरओ रवि कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।