दिनांक 26.11.2021केँ राजकुमारगञ्ज ,
दरभङ्गा स्थित “बाबूजीक लाइब्रेरी”क तेसर वार्षिकोत्सकेँ मैथिलीक दधीचि “स्व बाबू साहेब चौधरीक” संस्ममरणात्मक आत्मकथाक सद्य: प्रकाशित पोथी ” जीवनक रंग: मैथिलीक संग”क लोकार्पण कऽ मनाओल गेल।कार्यक्रममे अध्यक्ष रहथि डा• भीमनाथ झा तथा मुख्य अतिथि रहथि “कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालयक” कुलपति “पण्डित श्री शशिनाथ झा ” तथा मुख्य वक्ता रहथि आइ आइ टी मद्रासक सेवा निवृत प्राध्यापक “श्री श्रीश चौधरी ।” मञ्चासीन अतिथिगण द्वारा दीप प्रज्वलन आ फेर भगवती गीत ” जय जय भैरवीक ” सामुहिक गानसँ कार्यक्रम आरम्भ भेल।आगन्तुक समस्त अतिथिगणक स्वागत पुस्तकालयक संस्थापक श्रीमान राजेश सिंह ठाकुर आ श्रीमती लक्ष्मी सिंह ठाकुर द्वारा पाग दोपटा आ पुष्पमाल्यसँ कैएल गेल।

श्री अमलेन्दु शेखर पाठक द्वारा सम्पादित एहि पोथीक संक्षिप्त परिचय डा• योगानन्द झा द्वारा देल गेल।पोथीक प्रति अपन अपन मन्तव्य डा• श्रीमती इन्द्रा झा, हीरेन्द्र कुमार झा आ श्री उग्रनाथ चौधरी राखलनि।
मुख्य अतिथि द्वारा बाबू साहेबक मातृभाषा आ भातृभूमिक प्रति समर्पणकेँ रेखाङ्कित कैएल गेल त मुख्य वक्ता श्री श्रीश चौधरी जन आन्दोलनकेँ आब गामसँ महानगरक बाट धरेबाक आग्रह कैएलनि।अध्यक्ष डा• भीमनाथ झा लोकार्पित पोथीक प्रति भ्रान्ति आ एहन पोथीक पाठ करबा काल सूचनाक उपयोग जीवनमे कोना करी ताहिपर अपन विचार व्यक्त कैएलनि।कार्यक्रमक सञ्चालन करैत रहथि श्री सत्येन्द्र कुमार झा आ अन्तमे सभकेँ धन्यवाद ज्ञापन कैएलनि श्री चन्द्र मोहन झा पड़वा।
आइसँ पुस्तकालय अपन नव सुसज्जित एवम् सुविधापूर्ण कक्षमे कार्यरत भऽ गेल।संस्थापक द्वारा एहि पुस्तकालय कक्षक सदुपयोक मात्र पोथीक लेल नहि अपितु मैथिली साहित्यक समस्त गतिविधिक लेल नि:शुल्क उपलब्ध हेबाक घोषणा कैएलनि।