बिहार मंगलवार को यानि 22 मार्च को,110 वर्ष का हो गया। 22मार्च 1912 को बिहार बंगाल प्रेसिडेंसी से 
अलग कर एक नया राज्य बनाया गया था और तब  से हर वर्ष  इस दिन स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
 
इस साल भी बिहार दिवस इसकी राजधानी पटना में मनाई जा रही है। बिहार दिवस के मौके पर आयोजित तीन
दिवसीय (22-24मार्च) कार्यक्रम का  उद्घाटन  मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम दीप  प्रज्वलन कर  किया ।

वहीं दूसरी ओर बिहार के कृष‍ि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह  ने कृषि पवेलियन का उद्घाटन किया, इस कार्यक्रम  के दौरान लोगों की भीड़  बीसा के स्टॉल पर सबसे ज्यादा दिखा किसानों  के अलावा  वैज्ञानिक, छात्रों  एवं कई अन्य लोगोंका ताँता लगा रहा।
 
जलवायु अनुकूल खेती के तकनीक एवं आधुनिक कृषि यंत्रो की लगी प्रदर्शनी को लोगों ने काफी सराहा।
 
मौके पर मौजूद बिहार के कृष‍ि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने बीसा के सभी तकनीकों का जायज़ा लिया। उन्होंने बताया  की इस प्रदर्शनी से किसान तथा आम जन काफी लाभान्वित होंगे। उन्‍होंने क‍िसानों से अपील करते हुए कहा क‍ि किसानयहाँआए और बीसा के वैज्ञानिको एवं उनके एक्सपर्ट्स से मिलकर और इन सभी जलवायु अनुकूल कृषि के तकनीक सेअधिक से अधिक लाभ लें।
 
डॉ. राजकुमार जाट वैज्ञानिक एवं बीसा, पूसा प्रभारी  ने
बताया की इस साल लोगों  की संख्या  अन्य साल के 
मुकाबले काफी ज्यादा था।उन्होंने कहा की हमें बिहार दिवस के पहले दिन से ही
सुबह से शाम तक हमारे वैज्ञानिक एवं अन्य स्टाफ लगातार
लगे रहे ताकि वो किसानो के सभी बीज एवं फसलों से जुड़ी
सवालो के जवाब दे सके। कई किसानों ने हमारे पूसा फार्म
विजिट करने की  इच्छा भी जताई है।
 
डॉ. राजकुमार जाट ने कहा की अब  लोगों में  जलवायु 
अनुकूल कृषि को लेकर और भी जागरूक बढ़ी है। लोगों ने बीसा स्टॉल पर आकर जुताई रहित कृषि, मेड़ पर बुवाई,
फ़सल प्रबंधन एवं कई अन्य तकनीकों की जानकारी प्राप्त 
की,जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम  से बिहार के किसान
अब आत्मनिर्भर हो रहे हैं और उनकी आर्थिक स्तिथि में भी
सुधार हो रहा है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने कहा कि जल, जीवन, 
हरियाली कार्यक्रम के जरिये बिहार की हरियाली को  बनाये
रखने में मदद एवं  किसानों के आर्थिक  परिस्थिति में भी 
सुधार किया जा रहा है,बिहार में 9 प्रतिशत वन आच्छादित प्रदेश को बढ़ाकर 14  प्रतिशत किया गया है |