बाल श्रम बच्चों के उनके बचपन उनके स्वास्थ्य और शिक्षा से वंचित करता है -डॉ चक्रपाणि।
बाल श्रम सभ्य समाज के लिए कलंक है – डॉ चक्रपाणि।
#MNN@24X7 दरभंगा,19 अप्रैल जिला अतिथि गृह, दरभंगा के सभागार में बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ. चक्रपानी हिमांशु की अध्यक्षता में बाल श्रम उन्मूलन, विमुक्ति एवं पुर्नवास तथा श्रम संसाधान विभाग द्वारा श्रमिकों को दी जाने वाली लाभ को लेकर संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी।
बिहार बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने निर्देश देते हुए कहा कि बाल मजदूरी बच्चों को उनके बचपन उनके स्वास्थ्य और शिक्षा से वंचित करना बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है, उन्हें भी गरिमामीय जीवन जीने का अधिकार है। खतरनाक नियोजन एवं बाल श्रम में लगे श्रमिकों का सर्वेक्षण 3 माह के अंदर किया जाए। बाल श्रमिकों के परिवार के किसी व्यक्ति को वैकल्पिक रोजगार मुहैया कराया जाए, बाल श्रम से विमुक्त बाल श्रमिकों को समुचित शिक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि वह शिक्षित नागरिक बन सके। 14 साल के बच्चे को अनिवार्य एवं निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करने का संवैधानिक अधिकार है। गैर खतरनाक नियोजन में लगे किशोर से 1 दिन में 6 घंटे से अधिक कार्य नहीं लिया जाए उन बच्चों को 2 घंटे की शिक्षा व्यवस्था नियोजक द्वारा अपने खर्च पर कराया जाए। उन्होंने कहा बाल श्रम सभ्य समाज के लिए एक कलंक है।
बाल श्रम उन्मूलन हेतु जागरूकता के लिए प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया जाए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभागीय पदाधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करायी जाए। महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, मेला एवं भीड़ वाली जगह पर जन जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत स्टॉल लगाया जाए,जहाँ आयोग द्वारा प्रकाशित फोल्डर , पंपलेट ,हैंडव्हील का वितरण करवाया जाए। इसके लिए मेले का आयोजन किया जाए, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि जगह पर बाल श्रम नहीं हो, इसके लिए बैनर पोस्टर लगवाया जाए, सप्ताह में 2 दिन धावा दल चलाया जाए। यदि सरकारी कर्मचारी व अधिकारी बाल श्रम करवाते पकड़े गए तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
बैठक में श्रम अधीक्षक राकेश रंजन ने श्रम संसाधन विभाग कार्यों से अवगत कराते हुए कहा कि श्रम संसाधन विभाग नियोजन, श्रमिक एवं बाल श्रमिक के लिए काम करती है, मंगलवार एवं बुधवार को धावा दल चलता है। साथ ही श्रम संसाधन विभाग द्वारा 16 प्रकार की योजनाओं का लाभ निबंधित श्रमिकों को प्रदान की जाती है।
उन्होंने कहा कि बिहार शताब्दी असंगठित कार्य क्षेत्र, कामगार एवं शिल्पकार, सामाजिक सुरक्षा योजना के अन्तर्गत 87 असंगठित कार्य क्षेत्र के श्रमिकों को दुर्घटना के फलस्वरूप चोट लगने पर 05 हजार, स्ववाभाविक मृत्यु होने पर 30 हजार, दुर्घटना से मृत्यु होने पर 01 लाख, पूर्ण स्थायी निःशक्तता 75 हजार, स्थायी आंशिक निःशक्तता के लिए 37,500, असाध्य रोग के लिए चिकित्सा सहायता के लिए 7,500 से 30,000 रूपये प्रदान किया जाता है।
अध्यक्ष ने बताया कि श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलाए जा रहे श्रमिक सहायता योजना के संबंध में जागरूकता के अभाव में लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के द्वारा निबंधित श्रमिकों को अनेक लाभ प्रदान किये जाते हैं।
निबंधित महिला निर्माण कामगार को प्रथम दो प्रसव के लिए 90 दिनों के मजदुरी के समतुल्य राशि, तीन वर्ष तक निबंधित पुरूष/महिला कामगार को, दो व्यस्क पुत्रियों की शादी के लिए 50-50 हजार रूपये, एक वर्ष की सदस्यता पूर्ण करने के उपरान्त साईकिल क्रय करने के लिए 3,500 रूपये, औजार क्रय करने के लिए 15,000 रूपये, प्रत्येक वर्ष ईलाज कराने के लिए 3,000 रूपये, उनके बच्चों के द्वारा दसवीं एवं 12वीं परीक्षा में 80 प्रतिशत या उससे अधिक अंक आने पर 25 हजार रूपये, 70 प्रतिशत से अधिक अंक आने पर 15 हजार रूपये, 60 प्रतिशत् से अधिक अंक आने पर 10 हजार रूपये का लाभ दिया जाता है।
इसके अलावे इंजीनियरिंग में पढ़ने के लिए 15,000 के साथ ट्यूशन फीस माफ, पॉलिटेक्निक में पढ़ने लिए 10 हजार साथ मे ट्यूशन फी माफ, आई.टी.आई. में पढ़ने के लिए 05 हजार यहाँ तक की एम.बी.बी.एस की पढ़ाई के लिए भी उनके ट्यूशन फीस माफ है।
इसका प्रचार-प्रसार समेकित बाल विकास परियोजना, शिक्षा विभाग, जन प्रतिनिधियों के माध्यम से कराने का निर्देश दिया गया।
इसके साथ ही अधिक से अधिक श्रमिकों का निबंधन करवाने का निर्देश श्रम विभाग को दिया गया।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के जन्म से मृत्यु तक के लिए यह विभाग लाभ प्रदान करती है। लोगों को इसकी जानकारी आवश्यक है।
उन्होंने कुशल युवा केन्द्र के संचालक को सेमिनर के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बाल श्रम से विमुक्त बच्चे को 25 हजार रूपये का एफ.डी. दिया जाता है, जो उसे 18 वर्ष के होने पर मिलता है। इसके अतिरिक्त भी 03 हजार रूपया का लाभ उसे दिया जाता है।
इस अवसर पर अध्यक्ष के कर-कमलों से 17 लाभुकों को श्रम संसाधन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ हेतु प्रदत्त राशि के चेक व प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये, जो निम्नवत् है :-
अमन कुमार दास को मुख्यमंत्री राहत कोष अन्तर्गत 25,000 की सावधि जमा, सुनील कुमार को मुख्यमंत्री राहत कोष अन्तर्गत 25,000 की सावधि जमा तथा तत्काल आर्थिक सहायता राशि 3,000 रूपये, लाला सदा को बिहार शताब्दी असंगठित कार्यक्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना, 2011 का लाभ, अनिता देवी को बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना, 2008 का लाभ, कबूतरी देवी को ई-श्रम एवं विवाह सहायता का लाभ, प्रदीप पासवान को बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अन्तर्गत विवाह सहायता अनुदान का लाभ, पंकज कुमार को बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अन्तर्गत भवन मरम्मति योजना का लाभ, ललिता देवी को बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अन्तर्गत विवाह सहायता अनुदान का लाभ, उमेश पासवान को बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अन्तर्गत मृत्यु अनुदान सहायता का लाभ, आरती देवी को बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अन्तर्गत मातृत्व अनुदान लाभ, राजाराम यादव को बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अन्तर्गत विवाह सहायता अनुदान का लाभ के साथ-साथ सीता देवी को आयुष्मान कार्ड, इंजिला देवी को ई-श्रम कार्ड एवं पंकज कुमार को श्रम योगी मानधन पेंशन योजना का लाभ राशि एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
बैठक में सागर कुमार एसपी सिटी दरभंगा ,नागेंद्र कुमार उप निदेशक जन सम्पर्क, दरभंगा, राकेश रंजन श्रम अधीक्षक दरभंगा ,संजय कुमार असिस्टेंट लेबर कमिश्नर,डॉ रश्मि वर्मा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी दरभंगा, अनिल कुमार सिविल सर्जन दरभंगा, नेहा कुमारी सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा दरभंगा, समर बहादुर सिंह जिला शिक्षा पदाधिकारी दरभंगा, संजय जयसवाल समग्र शिक्षण एवं विकास संस्थान जिला समन्वयक दरभंगा, मरीमल कुमार चौधरी जिला रोजगार पदाधिकारी दरभंगा, आराधना कुमारी सेंटर कोऑर्डिनेटर चिल्ड्रन दरभंगा, शशि रंजन महात्मा गांधी नेशनल फेलो कौशल विकास व उद्यमशीलता मंत्रालय, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी विष्णु दत्त शर्मा, मनीष कुमार, अमन कुमार कश्यप ,दिलीप कुमार, लक्ष्मण कुमार झा, पंकज कुमार सिंह सीपीयू दरभंगा ,सुधीर कुमार प्रथम एनजीओ, नौशाद आलम प्रथम एनजीओ उपस्थित थे।