परिषद् संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण की पांच सूत्री कार्य- पद्धति के आधार पर संचालित- अमरनाथ।
भारत विकास परिषद् समाज के प्रबुद्ध एवं संपन्न व्यक्तियों का समाजसेवी एवं गैर राजनीतिक संगठन- कृष्ण कुमार।
सहयोग से समाज में संस्कार और सेवा से भारतीय संस्कृति पर आधारित समरस समाज- निर्माण ही परिषद् का मूल लक्ष्य- डा चौरसिया।
#MNN@24X7 दरभंगा, भारत विकास परिषद् की भारती- मंडन शाखा, दरभंगा की कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक कादिराबाद स्थित परिषद् के कोषाध्यक्ष श्रीरमण अग्रवाल के आवास पर अध्यक्ष अनिल कुमार की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सचिव डा आर एन चौरसिया, कोषाध्यक्ष श्रीरमण अग्रवाल, प्रांतीय संगठन सचिव अमरनाथ प्रसाद, प्रांतीय महासचिव सीए कृष्ण कुमार चौधरी, सदस्य अविनाश कुमार तथा मंजीत कुमार चौधरी आदि उपस्थित हुए।
बैठक में नई कार्यकारिणी के गठन, गांव गोद लेने, परिषद् की सदस्य संख्या बढ़ाने, आगे की कार्य- योजना आदि पर विस्तार पूर्वक विचार- विमर्श किया गया। बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि 15 मई तक कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा और आगामी 18 जून को बेगूसराय में परिषद् की होने वाली कार्यशाला में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का प्रयास किया जाएगा।
प्रांतीय संगठन सचिव अमरनाथ प्रसाद ने कहा परिषद् संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण की पांच सूत्री कार्य- पद्धति के आधार पर संचालित होता है। वर्तमान में भारत के लगभग सभी प्रांतों में इसकी 1500 से अधिक शाखाएं हैं, जिनमें 70000 से अधिक परिवार जुड़े हुए हैं।
प्रांतीय महासचिव सीए कृष्ण कुमार चौधरी ने कहा कि परिषद् समाज के प्रबुद्ध एवं संपन्न व्यक्तियों का समाजसेवी एवं गैर राजनीतिक संगठन है जो सामाजिक जागरूकता के उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्ति, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ, रक्तदान तथा संस्कृति सप्ताह आदि कार्यक्रमों का आयोजन करता है।
भारत विकास परिषद् की भारती- मंडन शाखा, दरभंगा के सचिव डा आर एन चौरसिया ने कहा कि आमलोगों के सक्रिय सहयोग से समाज में संस्कार और सेवा से भारतीय संस्कृति पर आधारित समरस समाज निर्माण ही परिषद् का मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही परिषद् को सक्रिय कर दरभंगा के आसपास के एक पिछड़े गांव को गोद लेकर उसे विकसित किया जाएगा। वहीं अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि परिषद् अपने कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में खुशहाली एवं राष्ट्रीय मजबूती लाने का काम करता है। स्वास्थ्य, समर्थ एवं संस्कारित भारत का निर्माण भी परिषद् का एक प्रमुख उद्देश्य है।
कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन से एवं समापन राष्ट्रगीत से हुआ। धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष सह आयोजक श्रीरमण अग्रवाल ने किया।