#MNN@24X7 वाराणसी। सिगरा में स्थित रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित वन वर्ल्ड टीबी समिट कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अब वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। इसका Global Target 2030 है। पीएम ने यह भी कहा कि कोई भी टीबी का मरीज इलाज से न छूटने पाए इसके लिए सरकार द्वारा कई रणनीति पर काम की गई है। कुछ समय पहले ही भारत ने One Earth, One Health के मिशन को आगे बढ़ाने की पहल की है अब One World TB Summit के जरिए भारत ग्लोबल गुड के एक और संकल्प को पूरा कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि वन वर्ल्ड टीबी समिट काशी में हो रहा है। मैं काशी का सांसद भी हूं। काशी नगरी शाश्वत धरा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है।काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी ही बड़ी क्यों ना हो, जब सबका प्रयास होता है, तो नया रास्ता भी निकलता है। उन्होंने कहा कि आज देश में 10-12 साल के बच्चे भी टीबी के खिलाफ जंग को आगे बढ़ा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हम टीबी की रोकथाम के लिए 6 महीने के कोर्स की जगह केवल 3 महीने का ट्रीटमेंट शुरू कर रहे हैं। पहले मरीजों को 6 महीने तक हर दिन दवाई लेनी होती थी। अब नई व्यवस्था में मरीज को हफ्ते में केवल एक बार दवा लेनी होगी। इससे मरीज की सहूलियत भी बढ़ेगी और उससे दवाओं में भी आसानी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि टीबी मुक्त होने के लिए भारत टेक्नोलॉजी का भी ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रहा है। हर टीबी मरीज के लिए जरूरी केयर को ट्रैक करने के लिए निक्षय पोर्टल बनाया गया है। इसके लिए डाटा साइंस का भी बेहद आधुनिक तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। हेल्थ मिनिस्ट्री और आईसीएमआर ने मिलकर डिजीज सर्विलांस के लिए एक नया मेथड भी डिजाइन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि ग्लोबल लेवल पर डब्ल्यूएचओ के अलावा भारत इस तरह का मॉडल बनाने वाला एकलौता देश है।
(सौ स्वराज सवेरा)