#MNN@24X7 दरभंगा, 11 नवम्बर कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार और जिला प्रशासन दरभंगा के तत्वावधान में भास्कर महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया।

लोक धुनों से सजी इस सुरीली सांस्कृतिक शाम का यह सफल आयोजन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के जुबली सभागार में में अपराह्न् 04 बजे से प्रारंभ होकर यह खबर लिखे जाने तक जारी था।

दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी,कुलपति ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के अन्य गणमान्य पदाधिकारियों के साथ बिहार सरकार के कला ,संस्कृति एवं युवा विभाग के पदाधिकारी चंदन कुमार एवं डॉ. रवि रंजन प्रखंड विकास पदाधिकारी दरभंगा सदर द्वारा किया गया। विषय का प्रतिपादन करते हुए डॉ.रवि रंजन प्रखंड विकास पदाधिकारी ने आस्था और संस्कार के अभूतपूर्व संगम छठ के पर्व के महात्म्य पर चर्चा करते हुए इसे विशुद्ध रुप से आर्गेनिक त्योहार बताया, जिसमें मिट्टी की उपज को कमर भर जल में खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्ध्य दिया जाता है । बिहार सरकार के जल-जीवन-हरियाली के लक्ष्य को बिहार का यह महापर्व अपनी लोक परंपरा में साकार करता आ रहा है, इसलिए बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा भास्कर महोत्सव का आयोजन करते हुए वर्तमान एवं भावी पीढ़ियों को जल-जीवन और हरियाली के संरक्षण के प्रति संवेदनशील करने का महती प्रयास किया जा रहा है ।

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति ने जिला प्रशासन के इस प्रयास की सराहना करते हुए छठ के महात्म पर प्रकाश डालने के साथ ही पद्मभूषण शारदा सिन्हा की पुण्य स्मृति में चेयर के स्थापना की बात कही।

मिथिला के लोकप्रिय कलाकार कुंज बिहारी जी,माधव झा जी, रचना झा जी ने अपनी सुरीली प्रस्तुति से शमां बांध दिया। वहीं सृष्टि फाउंडेशन के कलाकारों की नृत्य के सम्मोहक प्रदर्शन ने दर्शकों की तालियां जमकर बटोरीं ।

कार्यक्रम के आखिरी हिस्से में यूथ फेस्टिवल के विजेताओं द्वारा आकर्षक प्रस्तुति दी गई ।

चंदन कुमार कला संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रतिनिधि के रुप में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी कलाकारों एवं आयोजन से जुड़े सदस्यों का धन्यवाद किया।