-सिविल सर्जन व ब्लड बैंक प्रभारी ने संयुक्त रूप से रक्तदान शिविर का किया उद्घाटन
-स्वैच्छिक समूह, सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं को रक्तदान के प्रति दिखानी होगी दिलचस्पी
#MNN@24X7 मधुबनी, 19 अक्टूबर । स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सीएचसी राजनगर में एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान स्वैच्छिक रूप से रक्तदान करने वालों की संख्या में कमी आयी है। इससे ब्लड बैंक में विभिन्न समूहों के रक्त की उपलब्धता भी प्रभावित हुई है। इसे देखते हुए शिविर में स्वास्थ्य कर्मियों सहित अन्य सामाजिक संस्था के प्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
शिविर का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा व ब्लड बैंक प्रभारी डॉ विनोद कुमार झा ने संयुक्त रूप से किया. इस दौरान पहला रक्तदान समरजीत सिंह गब्बर तथा दूसरा रक्तदान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ निरंजन जायसवाल , बलराम सर्राफ सहित अन्य लोगों ने शिविर में रक्तदान किया. खबर लिखे जाने तक शिविर में 16 यूनिट रक्त एकत्रित हुए थे. इस दौरान सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने सभी वार्डों का निरीक्षण किया जिसके तहत प्रसव वार्ड, एक्सरे रूम,टीबी लैब, टीबी वार्ड, कार्यालय का शौचालय का निरीक्षण किया इस दौरान सिविल सर्जन ने बताया साफ-सफाई संतोषप्रद है. पुराने पर स्क्रब को को एक जगह पुराने वाली बिल्डिंग में रखने का निर्देश दिया. वार्ड का निरीक्षण किया
मिथक को तोड़कर बेफिक्र होकर रक्तदान करें:
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा अपील करते हुए कहा कि सभी युवाओं को रक्तदान में ज्यादा से ज्यादा संख्या में हिस्सा लेना चाहिए। रक्तदान महादान की श्रेणी में आता है। रक्तदान करने से जरूरतमंद की मदद तो, होती है । साथ ही रक्तदाता कार्ड प्राप्त करने से भविष्य में अपने या परिवार के लिए भी जरूरत पड़ने पर आसानी से रक्त प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान से कमजोरी आती है, इस मिथक को तोड़कर बेफिक्र होकर रक्तदान करें, क्योंकि रक्तदान से रक्तदाता को स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
जरूरतमंद को मिलती है मदद,डोनर को मिलता है रक्तदाता कार्ड:
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. विनोद झा अपील करते हुए कहा कि रक्तदान महादान की श्रेणी में आता है. रक्तदान करने से जरूरतमंद की मदद तो होती है साथ ही रक्तदाता कार्ड प्राप्त करने से भविष्य में अपने या परिवार के लिए भी जरूरत पड़ने पर आसानी से रक्त प्राप्त किया ज सकता है. उन्होंने कहा कि रक्तदान से कमजोरी आती है इस मिथक को तोड़कर बेफिक्र होकर रक्तदान करें क्योंकि रक्तदान से रक्तदाता को स्वास्थ्य लाभ मिलता है.
उपयोगी साबित हो रहा है ब्लड बैंक का संचालन :
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ विनोद कुमार झा ने कहा कि सदर अस्पताल में ब्लड बैंक का संचालन आम जिलावासियों के लिये लाभकारी साबित हो रहा है। दुर्घटना के गंभीर मामले, जटिल प्रसव, ऑपरेशन सहित अन्य मामलों में समय पर रक्त उपलब्ध होने से मरीजों की जान बचाना संभव हो सका है। खासकर थैलीसिमिया के मरीज जिनके शरीर में खून नहीं बनते हैं उनके लिये जिले में ब्लड बैंक की स्थापना एक वरदान साबित हुई है। फिलहाल जिले में थैलीसीमिया के 19 मरीज हैं। जिन्हें समय पर नि: शुल्क रक्त उपलब्ध करायी जा रही है।
रक्तदाता इन बातों का रखें ख्याल:
•18 साल से 65 साल के लोग रक्तदान कर सकते हैं ।
•45 किलोग्राम वजन के लोग 350 मिलीलीटर एवं 55 किलोग्राम से ऊपर वजन के लोग 450 मिलीलीटर खून दान कर सकते हैं।
•12.50 ग्राम हेमोग्लोबिन या इससे अधिक होने पर ही रक्तदान संभव है।
•एड्स, उच्च रक्तचाप, अत्यधिक मधुमेह एवं थेलेसीमिया जैसे अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं ।
•रक्तदाता का वजन 45 किलोग्राम से कम ना हो।
•खून देने से 24 घंटे पहले से ही शराब, धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन ना करें।
मौके पर अस्पताल प्रबंधक प्रभात रंजन , बीसीएम विजेंद्र कुमार, लैब टेक्नीशियन इस्माहतुल्लाह उर्फ गुलाब, संतोष कुमार चौरसिया सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे.