-वर्तमान में जिले में डेंगू के 13 मरीज चिह्नित
-सदर अस्पताल में डेंगू मरीज के लिए 10 व अनुमंडलीय अस्पताल में 5 बेड आरक्षित
– जलजमाव के कारण शहरी और ग्रामीण इलाकों में बढ़ गया है मच्छरों का प्रकोप
– बुखार होने की स्थिति में तुरंत चिकित्सक से करें संपर्क और कराएं खून की जांच

#MNN@24X7 मधुबनी ,16 अक्टूबर। डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मधुबनी जिले में भी हर स्तर पर एहतियात बरतना शुरू कर दिया गया है। बिहार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित वीसी के बाद डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने सरकारी व गैरसरकारी स्कूलों में 10 दिनों के लिए ड्रेस कोड शिथिल करने का निर्देश दिया है। अन्य संस्थानों के लिए भी इस तरह का आदेश दिया गया है।

डीएम ने बताया कि डेंगू के बढ़ते प्रकोप की संभावना को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए समय पूर्व सतर्कता बरतने की जरूरत है। पिछले दिनों हुई बारिश के फलस्वरूप अत्यधिक समय तक जलजमाव रहने के कारण डेंगू वायरस के वाहक मच्छरों के फैलाव की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। इस कारण अन्य लोगों के अलावा स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा हो सकता है। इस कारण विद्यालयों में समय पूर्व सतर्कता संबंधी उपाय अपनाने का निर्देश दिया गया है।

डेंगू के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर जिले के सभी सरकारी, निजी सहित अन्य शिक्षण संस्थानों में डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक निर्देश दिये गये हैं। इस निर्देश के अक्षरश: अनुपालन की भी हिदायत दी गई है। डीएम ने आगामी 10 दिनों तक विद्यालय ड्रेस कोड को शिथिल करते हुए छात्र-छात्राओं के शरीर को पूर्णरूपेण ढके जा सकने वाले कपड़े पहन कर स्कूल आने की बात कही है। इसके लिए उन्होंने सभी सरकारी, गैर सरकारी एवं निजी विद्यालयों, शिक्षण संस्थानों को आदेश देने के लिए डीईओ को भी निर्देश दिये गये हैं।

डेंगू फैलने के कारण, इसके खतरे एवं प्रभाव तथा रोकथाम के उपायों के संबंध में छात्र-छात्राओं को अवगत कराने के लिए विशेष सत्र का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें छात्र-छात्राओं को डेंगू के प्रति जागरूक किया जाएगा। डेंगू से बचाव संबंधी आदेश अनुपालन के लिए डीएम ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं।

जिले में 13 डेंगू के मरीज चिह्नित:

विदित हो कि वर्तमान में जिले में 13 डेंगू के मरीज को चिह्नित किया गया है। जिसमें 6 मरीज जिले से बाहर तथा 7 मरीज जिले में चयनित किया गया है। सभी सातों जगहों पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा फॉगिंग करा दी गई है। छह अन्य मरीज जो हैं उनकी ट्रैवल हिस्ट्री मधुबनी जिला की नहीं है। जिस कारण उस क्षेत्र में फॉगिंग नहीं करायी गयी है ।
वर्तमान में आरडीटी डेंगू किट से डेंगू के 3 पॉजिटिव मरीज चिह्नित किया गया। जिसे कंफर्मेशन के लिए डीएमसीएच भेजा गया है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. विनोद कुमार झा ने बताया मच्छरों से होने वाली बीमारियों में मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, जापानी इन्सेफेलाइटिस, जीका वायरस, चिकनगुनिया, हेपेटाइटिस ए आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा बहुत सारी बीमारियां हैं जो मच्छरों के काटने से होती। हालांकि, ये सभी बीमारियां अलग- अलग मच्छरों के काटने से होती हैं। लेकिन, सबसे अधिक मामले मलेरिया और डेंगू के ही आते हैं।

सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 10 बेड आरक्षित:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया वर्तमान में जिले के सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 10 बेड आरक्षित किया गया है । वहीं अनुमंडलीय अस्पतालों में 5 बेड आरक्षित किया गया है। जिले में वर्तमान में कुल 160 डेंगू किट उपलब्ध है। जिले के सभी पीएचसी में किट उपलब्ध करायी जा रही है।

दिन में सोते समय भी लगाएं मच्छरदानी :

जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ.दयाशंकर निधि ने बताया कि दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। इसके साथ-साथ मच्छर भगाने वाली क्रीम या दवा का प्रयोग दिन में भी करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। घर के सभी कमरों को साफ- सुथरा रखें। टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रिज में पानी जमा नहीं होने दें। पानी टंकी और घर के आसपास अन्य जगहों पर भी पानी नहीं जमने दें। घर के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें और कीटनाशक दवा का इस्तेमाल करें। गमला, फूलदान का पानी हर दूसरे दिन बदल दें। घर के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों पर सतर्कता जरूरी है। मॉल व दुकान चलाने वाले लोग भी खाली जगहों पर रखे डिब्बे और कार्टनों में पानी जमा नहीं होने दें। जमे हुए पानी पर मिट्टी का तेल डालें।

डेंगू के लक्षण :
•अचानक तेज सिर दर्द व तेज बुखार
•मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना
•आंखों के पीछे दर्द होना जो कि आंखों को घुमाने से बढ़ता है
•जी मिचलाना एवं उल्टी होना
गंभीर मामलों में नाक मुंह मसूड़ों से खून आना
•त्वचा पर चकत्ते उभरना।