-डॉ. कुणाल कौशल को बनाया गया नोडल

– बिचौलिया पर रहेगी कड़ी नजर अस्पताल प्रबंधक रखेंगे नजर

मधुबनी /8 सितंबर। सदर अस्पताल के जांच घर में विगत कई माह से केमिकल नहीं उपलब्ध होने के कारण मरीजों को सभी प्रकार की जांच उपलब्ध नहीं हो पा रही थी. सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा व अस्पताल प्रशासन के अथक प्रयास से आवश्यक केमिकल व्यवस्था कर आवश्यक पैथोलॉजी जांच भी शुरू कर दी है। जिससे अस्पताल आने वाले मरीजों को काफी सहूलियत होगी।

अस्पताल में जांच सुविधा नहीं होने से मरीजों को प्राइवेट पैथोलॉजिकल जांच पर निर्भर रहना पड़ रहा था जिससे मरीजों को काफी आर्थिक दोहन हो रहा था अस्पताल में जांच शुरू होने से मरीजों को आर्थिक लाभ होगी तथा एक ही छत के नीचे चिकित्सकीय परामर्श के साथ-साथ दवा और जांच भी उपलब्ध होगी पैथोलॉजिकल जांच के लिए डॉक्टर कुणाल कौशल को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है वहीं अब बिचौलियों पर लगाम लगाने के लिए अस्पताल प्रबंधक को सिविल सर्जन के द्वारा ओपीडी के समय में निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.

अस्पताल प्रधान प्रबंधक निगरानी रखेंगे कि कोई भी व्यक्ति किसी मरीज को बहला-फुसलाकर किसी प्राइवेट पैथोलॉजिकल जांच केंद्र पर न ले जाएं. विदित हो कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्सरे, सीटी स्कैन, एचआईवी वीडीआरएल, टीबी रोगियों के लिए सपूतम जांच टीबी नट जैसी जांच की सुविधा पूर्व से ही अस्पतालों में उपलब्ध है. वहीं गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने पंडौल रेफरल अस्पताल का निरीक्षण किया निरीक्षण के क्रम में वहां मरीजों का खुद से अल्ट्रासाउंड किया. तथा उपस्थित कर्मियों का आवश्यक दिशा निर्देश दिया.

आवश्यक जाँच उपलब्ध, मरीजों को नहीं जाना होगा बहार :

सिविल सर्जन डॉ सुमित कुमार झा ने बताया अस्पताल में शूगर, किडनी, लीवर, हार्ट सहित अन्य गंभीर बीमारियों की जांच शुरू होने से अस्पताल के मरीजों को अब बाहर से जांच नहीं करवानी पड़ेगी। सदर अस्पताल के पैथोलॉजी जांच घर में जांच में शुगर, किडनी, लीवर, हार्ट, हेपेटाइटिस बी व सी, टायफाईड सहित अन्य आवश्यक जांच उपलब्ध होगी । साथ ही अस्पताल के जांच घर मे डब्लू बीसी, एसनोफिलिया, हिमोग्लोबिन, प्लेटलेट, आरबीसी, एमसीएच, एमसीभी के अलावा अन्य आवश्यक जांच की सुविधा उपलब्ध हो गया है अस्पताल आने वाले मरीजों को आवश्यक पैथोलॉजी जांच बाहर से करवाना पर रहा था।

अस्पताल के जांच घर में सभी प्रकार की आवश्यक पैथोलॉजी जांच शुरू करवा दी गई है। मरीजों को अब बाहर से जांच नहीं करवानी पड़ेगी। जांच केंद्र में टेक्नीशियन की कमी जरूर है। बहुत जल्द एक अतिरिक्त टेक्नीशियन की प्रतिनियुक्ति कर दी जाएगी। ताकि जांच का कार्य प्रभावित नहीं हो। वह मरीजों को 24 घंटे पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा उपलब्ध होगी