-एक्टिव मरीजों की संख्या हुई 8.
– प्रतिदिन लगभग 5 हजार लोगों का लिया जा रहा सैंपल
– तय लक्ष्य के विरुद्ध 50 प्रतिशत ही हो रही है जांच
मधुबनी/18 जुलाई । जिला में एक बार फिर कोरोना ग्राफ में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विगत 24 घंटों में कोरोना के 6 नये मामले मिले हैं. जिसके बाद एक्टीव मरीजों की संख्या 8 हो गयी है. सभी एक्टीव मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी मरीजों की निगरानी करते हुए उचित सलाह दी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोनारोधी टीका के साथ ही सैम्पलिंग का भी कार्य किया जा रहा है. सरकार द्वारा सैम्पलिंग के लिए तय लक्ष्य 10 हजार 90 के विरुद्ध जिले में प्रतिदिन लगभग 5 हजार सैम्पलिंग की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिला में अब तक का कोरोना के कुल 15 मरीजों को चिह्नित किया गया है. जिसमें 7 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं. एक्टिव केस की संख्या 8 पर पहुंच गयी है. जो कई माह के बाद बढा है. विभागीय निर्देश से संक्रमण के मद्देनजर जिला में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
तय लक्ष्य के विरुद्ध 5 हजार सैम्पलिंग:
विभागीय निर्देश के अनुसार जिला में प्रतिदिन 10 हजार 90 लोगों का सैंपल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसमें एंटीजन से 7850 , ट्रूनेट से 90 एवं आरटीपीसीआर से 2150 सैम्पलिंग करना शामिल हैं . आईडीएसपी से मिली जानकारी के अनुसार 15 जुलाई को 4378 लोगों का सैंपल लिया गया. जिसमें एंटीजन से 7850 के विरुद्ध 3357 ट्रूनेट से 90 के विरुद्ध 4 तथा आरटीपीसीआर से 2150 के विरुद्ध 1017 लोगों का सैंपल लिया गया, जिसमें 1 पाज़िटिव मरीज चिह्नित किया गया. वहीं 16 जुलाई को 5061 लोगों का सैंपल लिया गया. जिसमें एंटीजन से 4078 ट्रूनेट से 4 तथा आरटीपीसीआर से 979 लोगों का सैंपल लिया गया. जिसमें 5 पाज़िटिव चिह्नित किया गया. 17 जुलाई को 4394 लोगों का सैंपल लिया गया. जिसमें एंटीजन से 3702 ट्रूनेट से 0 तथा आरटीपीसीआर से 692 लोगों का सैंपल लिया गया.
टिश्यू पेपर को बंद कूड़ेदान में ही फेंके
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने कहा कि कोरोना एक तरह का संक्रमण वायरस है, जिसका संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के जरिए खांसने या छीकने, नजदीकी व्यक्तिगत संपर्क से यथा- छूने, हाथ मिलाने या किसी संक्रमित वस्तु या सतह को छूने या फिर बिना हाथ धोए अपने नाक, मुंह या आंखों को छूने से फैलता है. कोरोना वायरस संक्रमण का सामान्य लक्षण है बुखार, खांसी, साँस लेने में तकलीफ, सिर दर्द या बार-बार छींकना बताया गया है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये नयी गाइडलाइन जारी की गयी है. इसके अंतर्गत- खांसते और छींकते समय अपने मुंह को रुमाल, टिश्यू पेपर अथवा मुड़े हुए कोहनी से ढकें. अच्छी तरीके से नियमित अंतराल पर अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर अथवा साबुन से बहते पानी से हाथ को रगड़कर साफ़ करें. यदि कोरोना वायरस के लक्षण दिखे तो 14 दिनों तक लोगों के संपर्क में नहीं आए तथा भीड़- भाड़ वाली जगह से दूर रहें तथा लोगों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखें. उपयोग के पश्चात टिश्यू पेपर को बंद कूड़ेदान में ही फेंके एवं बाद में इसे जला दें अथवा गहरे गड्ढे में डालकर मिट्टी से ढक दें.
सर्जिकल मास्क का करें उपयोग:
विभागीय जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के लक्षण हैं तो सर्जिकल मास्क का उपयोग करें एवं अविलंब स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें एवं नियमित रूप से साफ-सफाई का ध्यान रखें. संक्रमित व्यक्ति अपने मुंह, नाक एवं आंख को छूने के बाद, जब तक हाथों को साफ नहीं करते हैं तब तक किसी सामान को नहीं छूएँ . अनावश्यक हाथ नहीं मिलाएं और विशेषकर मेटल युक्त सामग्रियों को बेवजह छूने से परहेज करें. संक्रमित व्यक्ति इस्तेमाल किये गए टिश्यू पेपर एवं मास्क को इधर-उधर ना फेंके, सार्वजनिक स्थलों पर बिल्कुल ही नहीं थूकें. कोरोना से संबंधित विशेष जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर-1800-180-5145 या 104 पर संपर्क किया जा सकता है.