-समाज सेवी, धार्मिक गुरु व जनप्रतिनिधि करेंगे जागरूक
-जिले में टीबी हारेगा देश जीतेगा के तहत चलाया जा रहा टीबी उन्मूलन कार्यक्रम
-जिले के सभी प्रखंड में चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान
मधुबनी,26 फरवरी। टीबी जागरूकता कार्यक्रम को लेकर स्वास्थ्य विभाग एवं मदरसा के शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवी की एक बैठक राजनगर प्रखंड के भगवानपुर के इस्लाहुल मुस्लेमीन मदरसा में आयोजित हुई । जिसमें टीबी हारेगा देश जीतेगा जन जागरूकता कार्यक्रम को लेकर चर्चा की गयी। इस दौरान टीबी रोगियों को जागरूक करने, टीबी रोगियों की देय सुविधा एवं टीबी रोगियों के पोषण सहायक राशि संबंधित विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही हर मंदिर तथा मस्जिद से अनाउंस कर प्रत्येक दिन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिसे उपस्थित सभी लोगों ने स्वीकृति दी। उपस्थित सभी समाज सेवी, धार्मिक व जनप्रतिनिधि से अपील की गई कि एक जिम्मेदारी समझकर टीबी उन्मूलन के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाएं। ताकि राजनगर प्रखंड से टीबी का उन्मूलन किया जा सके। बैठक के माध्यम से अभी जानकारी दी गई कि राजनगर प्रखंड में टीबी फ्री इंडिया नामक डॉक्यूमेंट्री फिल्म जगह जगह दिखाई जाएगी।
लैब टेक्नीशियन इस्माहतुल्ला उर्फ गुलाब ने टीबी के लक्षण बताये। उन्होंने बताया कि टीबी के जीवाणु हवा द्वारा फैलते हैं। फेफड़ों के टीबी बाले रोगी जब खांसते अथवा छींकते हैं तो रोग के जीवाणु छोटे कण के रूप में हवा में फैल जाते हैं। यदि कमरा हवादार न हो तो सांस द्वारा अंदर चला जाता है। डॉ रामरूप ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन का मुख्य उद्देश्य इस बीमारी के प्रति लोगों में फैली अफवाहों, गलत धारणों से मुक्त करते हुए उन्हें टीबी के इलाज के लिए जागरूक एवं सरकार द्वारा निःशुल्क इलाज सुनिश्चित करवाना है। उन्होंने बताया कि टीबी उन्मूलन के लिए सरकारी, गैर सरकारी संगठनों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियो से भी सहयोग लिये जाने के उद्देश्य आज के उन्मुखीकरण बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी शामिल किया किया गया है। बैठक के दौरान लैब टेक्नीशियन इस्माहतुल्ला उर्फ गुलाब ने बताया कि टीबी उन्मूलन कायर्क्रम में यह नारा दिया गया कि टीबी हारेगा देश जीतेगा। बैठक के दौरान हस्ताक्षर अभियान का भी आरंभ किया गया।
सभी प्रखंडों में चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान:
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया जिले में 24 फरवरी से 24 मार्च तक जिले के सभी प्रखंडों में टीबी उन्मूलन के लिए जन-आंदोलन के रूप में मनाया जा रहा है। जिले में केयर इंडिया एवं एनटीईपी (नेशनल ट्यूबक्यूलोसिस एलिमेशन कार्यक्रम) के सहयोग से सभी प्रखंडों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। टीबी के संभावित लक्षण एवं उपचार से संबंधित जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
हर व्यक्ति की नि:शुल्क जांच व इलाज:
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ आरके सिंह ने बताया जिले के सभी प्रखंडों में प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है। जहां पर वह अपना इलाज करा सकते हैं । इसके साथ उनको नि:शुल्क दवा भी दी जाती है। जो नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है। इससे टीबी के मरीजों को काफी सहूलियत होती है। टीबी मुक्त बनाने का संकल्प है और इसीलिए टीबी रोग की रोकथाम के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। टीबी रोगी सघन खोज अभियान में टीबी के लक्षण मिलने पर उसके बलगम की जांच की जाती है। साथ ही टीबी रोग पर नियंत्रण करने के लिए लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक करने का प्रयास भी किया गया है।
टीबी (क्षयरोग) के लक्षण:
• लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना
• खांसी के साथ खून का आना
• छाती में दर्द और सांस का फूलना
• वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना
• शाम को बुखार का आना और ठंड लगना
• रात में पसीना आना
इस मौके पर डॉ रामरूप, अब्दुल राजिक, रविंदर जी, संजय कुशवाहा, मुखिया कृष्ण देव, मौलाना मोहम्मद हसैन, इसराफ अहमद, अब्दुल रेजा, मोहम्मद इम्तियाज, गोपाल घिरासरिया, मास्टर इरशाद, इजहार, इखलाक, मुस्ताक अहमद आदि उपस्थित थे।