मधुबनी ,1जून 19 जून से जिलेभर में पोलियो अभियान चला कर नौनिहालों को पोलियो की खुराक दी जायेगी। ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके। पल्स पोलियो अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रशिक्षण समेत अन्य तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। डीआइओ डॉ. एसके विश्वकर्मा ने कहा कि अभियान के सफलतापूर्वक संचालन को ले गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। पोलियो कर्मी यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक लेने से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि पोलियो कर्मी अपने कार्यक्षेत्र में शतप्रतिशत पोलियो की खुराक पिलाने के साथ कोविड टीकाकरण करवाने के लिए भी लोगों को प्रेरित करेंगे। साथ ही, पोलियो चक्र में नियुक्त सभी सदस्य कोविड सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए
पांच साल से कम उम्र के सभी बच्चों को ‘दो बूंद जिंदगी की’ यानि पोलियो की खुराक देना सुनिश्चित करेंगे।
मुख्य ट्रांजिट स्थलों पर प्रतिनियुक्त होंगे कर्मी-:
अभियान को लेकर प्रखंड स्तर पर बीडीओ तथा सीडीपीओ की सहभागिता के साथ प्रखंड टास्क फोर्स की बैठक की जानी है। अभियान के पूर्व सभी स्तर पर कार्यरत टीकाकर्मियों एवं पर्यवेक्षकों का शतप्रतिशत प्रशिक्षण किया जाना है । साथ ही सभी दलकर्मियों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है। मुख्य ट्रांजिट स्थलों पर प्रशिक्षित टीकाकर्मियों को नियुक्त कर लक्षित बच्चों को पोलियो की खुराक देना सुनिश्चित किया जाना है।
विशेष निगरानी दल गठित होगा-
अभियान के दौरान नवजात शिशुओं को पोलियो की खुराक पिलाये जाने पर विशेष ध्यान देने और खुराक पिलाने के पश्चात नियमित टीकाकरण के ड्यू लिस्ट में इन्हें शामिल करने संबंधी निर्देश दिये गये हैं। अभियान के दौरान किसी भी परिस्थिति में ईंट भट्ठा, प्रवासी व भ्रमणशील आबादी आदि के बच्चे पोलियो की खुराक लेने से वंचित नहीं रहें इसके लिए विशेष निगरानी दल गठित कर पोलियो की खुराक देनी है। पल्स पोलियो के राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के दौरान मास्क, ग्लब्स आदि का इस्तेमाल कर कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना है।