भराठी पंचायत में विभागीय बोर्ड बना शोभा की वस्तु।
दरभंगा। भराठी पंचायत में मनरेगा योजना की स्वीकृति के बाद निर्माण स्थल पर दो वर्ष के बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं होने पर कार्डधारक व ग्रामीणों ने विरोध प्रकट कर जांच की मांग रखी है।चार लाख 70 हजार 605 रूपये की प्राक्लित राशि से मनरेगा विभाग ने मुसाफिर पासवान के घर से अशोक सिंह के मकान तक मिट्टी सह खरंजा की स्वीकृत प्रदान की थी। योजना स्वीकृति के दो वर्ष बाद भी निर्माण स्थल पर लगा साइन बोर्ड शोभा की वस्तु बन कर रह गई है।
स्थानीय जाॅब कार्डधारक व ग्रामीण में गुरूवार आक्रोश व्यक्त कर कहा है कि वर्षा से पहले जनहित की महत्वपूर्ण समस्या का निदान नहीं किया गया तो प्रखंड मनरेगा कार्यालय पर चरण बद्ध आन्दोलन करने को बाध्य होंगे।स्थानीय जाॅबकार्ड धारक शंकर बैठा,हीरा देवी,सुकला देवी,मिथिलेश राम, अमरदीप राम, राजेश सहनी,अमरजीत बैठा,लाल बाबू साह का कहना था की सङक नहीं होने से जलजमाव के साथ आवागमन बाधित रहता है।पिछले वर्ष पानी के तेज बहाव में डूबने से हीरा देवी के पोते की मौत इस जगह पर हो चुकी है।
ग्रामीणों ने रोजगार सेवक पर आरोप लगाकर आशंका व्यक्त की है कि 21 मई 2020 को कार्य स्थल पर आइडी आरसी/20387653 का विभागीय बोर्ड लगाकर फर्जीवाड़ा ठंग से राशि का उठाव कर बंदरबांट तो नहीं कर लिया है।जबकि कार्य स्थल पर दो वर्ष के बाद भी मिट्टी तक नहीं डाला गया।इस सबंध में मनरेगा प्रोग्राम पदाधिकारी यशवंत कुमार ने बताया कि इस योजना के सबंध में पूरी जानकारी डाटा इंट्री के सत्यापन से स्पष्ट होगा कि योजना की अधतन स्थित क्या है। रोजगार सेवक अशोक कुमार से अभिलेख का सत्यापन कर कारवाई सुनिश्चित की जाएगी।