भाकपा माले उजियार पुर प्रखंड कमिटी की बैठक के तत्वावधान एवं प्रखंड सचिव महावीर के नेतृत्व में आज भगवान पुर देसुआ पन्चायत में अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर अधिकार मार्च निकाला।

इस अवसर पर हुए सभा को संबोधित करते हुए प्रखंड सचिव महावीर पोद्दार ने कहा कि 1889 से पहले मजदूरों का आर्थिक, शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक शोषण व्यापक स्तर पर हो रहा था ।मजदूरों से दिन-रात के 24 घन्टे में 20 -22घन्टे काम लिया जा रहा था। शोषण और दमन इतना ज्यादा हो रहा था कि बाप, बेटा को नहीं पहचानता था और बेटा, बाप को नहीं पहचानता था। जिसके खिलाफ मजदूरों ने आठ घन्टा काम, आठ घन्टा आराम एवं आठ घन्टा मनोरंजन के नारे के साथ 01 may 1889 को अमेरिका के शिकागो में आन्दोलन किया। आन्दोलनकारी मजदूरों पर न सिर्फ भयंकर लाठीचार्ज किया गया बल्कि गोलियों से भून डाला गया। सैकड़ों मजदूर शहीद हो गए और सैकड़ों घायल हुए जो घायल हुए उनके शरीर पर का कपङा उनके ही खून से लाल हो गया। मजदूरों ने पराजय स्वीकार नहीं किया और अपने शरीर पर के खून से सने कपङे लेकर अपनी माँगो के पूर्ति के लिए आन्दोलन जारी रखा। उसी दिन लाल झंडे का निर्माण हुआ और शहीद मजदूरों के सम्मान में आज पूरी दुनिया में अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। पूरे दुनिया आज के दिन अन्तर्राष्ट्रीय अवकाश होता है। मजदूरों के सन्घर्ष और बलिदान के बाद पूरे दुनिया में आठ घन्टा काम करने का कानून बनाया गया और लागू किया गया।

किन्तु जब से भारत में भाजपा आर एस एस नीति की सरकार आइ है मजदूरों के हित में बने हुए तमाम कानूनों में संशोधन कर पूँजीपति हितैषी कानून बनाने पर आमादा है। कारपोरेट घराने अब मजदूरों से आठ नहीं बल्कि 12 घन्टे काम लेकर आर्थिक और शारीरिक शोषण कर रहे हैं।

सभा को फुलेन्द्र प्रसाद सिंह, राम कॄपाल राय, युगेश्वर महतो, रिशो राय, मुकेश राय, कपिलेश्वर पासवान, परमेश्वर साह, नवीन गोस्वामी, चन्देश्वर महतो, नीतीश कुमार, राजा कुमार, नीरज गोस्वामी, उमेश महतो सहित अन्य साथियों ने अपना अपना विचार व्यक्त किये।