डा वीणा ठाकुर को दी बधाई एवं शुभकामनाएं।।

#MNN@24X7 दरभंगा, मिथिला की बेटी डा वीणा ठाकुर को साहित्य जगत का सर्वश्रेष्ठ ज्ञानपीठ पुरस्कार देने वाली संस्था भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा मैथिली भाषा परामर्श समिति का मानद सदस्य एवं इस भाषा के पुरस्कार समिति का संयोजक मनोनीत किए जाने पर विद्यापति सेवा संस्थान ने हर्ष जताया है। डा ठाकुर की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि यह संपूर्ण मिथिला-मैथिली के लिए गौरव की बात है। उनके इस मनोनयन से मैथिली साहित्य के विकास को गति मिलने के साथ ही इसकी गुणवत्ता को विस्तार मिलेगा।

बता दें कि डा वीणा ठाकुर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पीजी मैथिली विभाग की अध्यक्ष एवं साहित्य अकादमी, नयी दिल्ली के मैथिली परामर्श मण्डल की संयोजक का दायित्त्व निभा चुकी हैं। वे वर्तमान में साहित्य अकादमी, नयी दिल्ली के सामान्य परिषद की निर्वाचित सदस्य होने के साथ ही मैथिली परामर्श मण्डल के सलाहकार समिति की सदस्य हैं। उनकी तीन दर्जन से अधिक कथा, उपन्यास, आलोचना एवं अन्य अनूदित पुस्तकें राष्ट्रीय प्रकाशन से प्रकाशित हैं। जबकि वह साहित्य अकादमी के मूल पुरस्कार सहित मिथिला विभूति, मिथिला रत्न सरीखे अनेक उत्कृष्ट सम्मान से नवाजी जा चुकी हैं।

मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने कहा कि उनका यह मनोनयन मैथिली साहित्य जगत के लिए बहुत ही गौरव की बात है। उनके इस मनोनयन से मैथिली साहित्य की प्रतिभा को एकबार फिर से राष्ट्रीय फलक पर पहचान मिली है। वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि मिथिला क्षेत्र आदि काल से ही विद्वानों एवं विदुषियों की धरती रही है। मौजूदा संदर्भ में डा वीणा ठाकुर के इस मनोनयन से मिथिला क्षेत्र की साहित्यिक प्रतिभा को विश्वसनीयता की मुहर लगी है। प्रो जीवकांत मिश्र ने उनकी इस उपलब्धि को करोड़ों मिथिलावासी के लिए दुर्गा पूजा का सर्वोत्तम उपहार बताया।

मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने डा वीणा ठाकुर को भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा मैथिली भाषा परामर्श समिति का मानद सदस्य एवं इस भाषा के पुरस्कार समिति का संयोजक मनोनीत किए जाने को आधुनिक मैथिली साहित्य का स्वर्णिम काल बताया। उन्होंने कहा उनके इस मनोनयन से मैथिली साहित्य की प्रगति को बल मिलेगा और इसके विकास के नये दरवाजे खुलेंगे। डा ठाकुर की इस उपलब्धि पर डा विद्यानाथ झा, डा गणेश कांत झा, विनोद कुमार झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ाभाई, दुर्गा नन्द झा, आशीष चौधरी, पुरुषोत्तम वत्स, मनीष झा रघु, डा महानंद झा आदि ने भी बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।