दरभंगा। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशि नाथ झा ने कहा कि अभी के समय मे स्वावलंबी होना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि हम सभी में कुछ गुण होता है इस कार्यक्रम के माध्यम से हम अपने अंदर के गुण को निखार सकते है और जीवन मे सफल हो सकते है अपने संबोधन मे उन्होने ने कहा कि इस कार्यक्रम मे जो कुछ भी आप सीख कर जा रहे है उसे अपने जीवन शैली मे उतरना जरूरी है तभी आप पूर्ण रूप से प्रतीक्षित होंगे एवं उन्होने सभी की उज्जवल भविष्य की कामना की विशिष्ट अतिथि वाणिज्य विभागाध्यक्ष ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय डॉ अजीत सिंह जी ने कहा कि समय के साथ सभी को उसी अनुरूप होना चाहिए जिसमें आपकी रुचि हो आप उस क्षेत्र मे मेहनत करे तो आपको अपना मुकाम हासिल जरूर होगा।

इस कार्यक्रम मे सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संस्कृत विश्वविद्यालय के डॉ श्रीपति त्रिपाठी , संस्कृत विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य डॉ विमलेश, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलानुसाशक डॉ अजीत चौधरी ,संस्कृत विश्वविद्यालय के भू सम्पदा पदाधिकारी उमेश कुमार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक राजाराम जी उपस्थित थे।

कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ कन्हैया चौधरी ने किया एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में शिवानी झा, सुप्रिया झा,पिंकी कुमारी, रूपा कुमारी दीपा कुमारी, सपना कुमारी, अंजलि कुमारी इत्यादि लोग सक्रिय थे।