प्रो पुनीता झा, डा पारुल बनर्जी, डा संजीव साह, डा नासरीन सुरैया, डा अपराजिता, डा चौरसिया तथा डा मिर्जा बेग के व्याख्यान हुए रिकॉर्ड।
एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर की स्थापना कुलपति की दूरदर्शिता का प्रतीक, रिकॉर्डेड व्याख्यानों से छात्रों की पीढ़ी दर पीढ़ी होगी लाभान्वित- प्रो सुरेन्द्र।
#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर में संचालित ऑडियो- वीडियो लैब में गत 11 सितंबर से प्रारंभ व्याख्यान रिकॉर्डिंग के क्रम में अब तक स्नातकोत्तर विभागों के कुल सात शिक्षकों ने अपने- अपने व्याख्यान रिकॉर्ड कराए हैं।
इनमें विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभाग से प्रो पुनीता झा ने ‘मेटाफिजिकल पोएट्री एंड पोएट्स’, उर्दू विभाग के नसरीन सुरैया ने ‘उर्दू के विभिन्न साहित्यिक आंदोलनों एवं रुझानों का परिचय’, दर्शनशास्त्र विभाग के डा संजीव कुमार साह ने ‘नीतिशास्त्र के स्वरूप एवं उपयोगिता’,बी एड (नियमित) विभाग से डा मिर्जा रुहुल्लाह बेग ने ‘5- इ मॉडल पाठ- योजना’, जन्तु विज्ञान विभाग से डा पारुल बनर्जी ने ‘डोजेज कंपनसेशन मेकैनिज्म’, संस्कृत विभाग से डा आर एन चौरसिया ने ‘महाभारत का स्वरूप, महत्व एवं वर्ण्य- विषय’ तथा डा अपराजिता कुमारी ने ‘प्रबंधन- प्रक्रिया’ पर अपने व्याख्यान रिकॉर्ड कराए हैं।
सभी शिक्षक वीडियो- वीडियो लैब में पहली बार अपने व्याख्यान रिकॉर्ड कराकर अत्यंत ही प्रसन्नता का अनुभव किया।
फास्ट रिसर्च सेन्टर के इंचार्ज प्रो सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि इन रिकॉर्डेड व्याख्यानों को संरक्षित कर रखा जाएगा, ताकि बाद में आने वाले छात्र- छात्राओं को भी इनका लाभ मिल सके। विभिन्न विभागों में पीएच डी साक्षात्कार तथा प्रश्न पत्रों के चयन या मॉडरेशन में आने वाले अन्य विश्वविद्यालय के शिक्षकों के भी व्याख्यान रिकॉर्ड कराने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर की स्थापना कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह की दूरदर्शिता का प्रतीक है, जिसके ऑडियो- वीडियो लैब में रिकॉर्डेड हो रहे व्याख्यानों से छात्र- छात्राओं की पीढ़ी दर पीढ़ी लाभान्वित होती रहेगी।
ऑडियो- वीडियो लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया में बताया कि इस प्रथम चरण में व्याख्यान रिकॉर्ड करने वाले 28 में शेष बचे शिक्षकों के भी व्याख्यान 10 से 12 दिनों में रिकॉर्ड कर लिए जाएंगे। तकनीकी सहायता प्रदान करने वाले इ मुकुंद माधव साथ ही सभी शिक्षक पूरे उत्साह के साथ अपने व्याख्यान रिकॉर्ड करने आ रहे हैं।