#MNN24X7 दरभंगा, 10 नवम्बर- मुख्य सचिव, बिहार श्री आमिर सुबहानी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिलाधिकारी एवं जिला कृषि पदाधिकारी के साथ फसल अवशेष प्रबंधन के संबंध में बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
उल्लेखनीय है कि फसल अवशेष(पराली) जलाने के कारण लगातार वायु प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो रही है, इसको ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग, बिहार सरकार ने आवश्यक तैयारी आरंभ कर दी है।
इस कड़ी में आगे बताया गया कि पराली के संबंध में कृषि विभाग द्वारा किसान चौपाल के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है एवं एग्रीकल्चर कोऑर्डिनेटर(कृषि समन्वयक) और किसान सलाहकार द्वारा पराली न जलाने का संदेश किसानों तक पहुंचाया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि पराली न जलाने से न केवल मिट्टी की क्षति को बचाया जा सकता है। बल्कि, पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त फसल अवशेष के मूल्य संवर्धन और योजनाओं के विषय में भी एग्रीकल्चर कोऑर्डिनेटर को जानकारी देने की निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया गया। यदि किसी पंचायत में इस तरह की समस्या रहती है तो उसके लिए एग्रीकल्चर कोऑर्डिनेटर जिम्मेवार होंगे।
इसके साथ ही उन्हें स्पष्ट आदेश दिया गया है कि किसानों को बार-बार समझाने के बाद भी यदि किसान नहीं मानते हैं तो आवश्यक कानूनी प्रक्रिया भी अपनाया जाए।
10 Nov 2022
