दरभंगा, 29 अप्रैल 2022 :-  मुख्य सचिव, बिहार श्री आमिर सुबाहनी की अध्यक्षता में पेयजल समस्या को लेकर प्रभावित रहने वाले बिहार के 10 जिलों के जिलाधिकारियों एवं पीएचईडी के साथ बैठक की गयी।
       
बैठक में कैमूर, जमुई, नालंदा, गया, नवादा, रोहतास, मुंगेर, बांका, पश्चिमी चंपारण एवं दरभंगा जिला के जिलाधिकारी एवं पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता, वुडको एवं नगर निगम के पदाधिकारी शामिल थे।
       
दरभंगा जिला के संबंध में जिलाधिकारी राजीव रौशन ने बताया कि दरभंगा के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान में पेयजल की समस्या नहीं है। दरभंगा का भूजल स्तर औसतन 12 फीट 8 इंच है। दरभंगा नगर निगम के लालबाग क्षेत्र के बोरिंग खराब होने से वहाँ पेयजल की समस्या है, वहां बोरिंग लगाया जा रहा है बोरिंग के बन जाने पर वहां की समस्या दूर हो जाएगी। तत्काल

10 टैंकरों के माध्यम से वहाँ पानी पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वुडको के द्वारा पानी पाइप लाइन से गृह संयोजन की गति धीमी रहने के कारण कुछ क्षेत्रों में पेयजल की समस्या है। यदि पाइप लाइन से सभी गृह का संयोजन कर दिया जाता तो समस्या समाप्त हो जाती है
      
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी को वुडको प्रबंधन निदेशक से बात कर इसमें जल्द कार्य करवाने के निदेश दिए।जिलाधिकारी ने बताया कि दरभंगा नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्र में 100 चापाकल पीएचईडी के माध्यम से लगवाया जा रहा है। साथ ही सभी 48 वार्ड में एक-एक समरसेबुल लगाया गया है तथा एक-एक समरसेबुल के लिए पीएचईडी को नगर निगम द्वारा राशि उपलब्ध कराई जा रही है।

दरभंगा एनआईसी से जिलाधिकारी राजीव रौशन, नगर आयुक्त अखिलेश प्रसाद सिंह, उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता,कार्यपालक अभियंता पीएचईडी एवं वुडको के पदाधिकारी उपस्थित थे।