दरभंगा, 28 मार्च 2022 :- बिहार के मुख्य सचिव, श्री अमीर सुबाहनी की अध्यक्षता में मध्यान्ह भोजन योजना को सभी स्कूलों में गुणवत्ता पूर्वक संचालित करने को लेकर बैठक हुई।
बैठक में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि कोरोना काल में स्कूल बंद रहने के कारण मध्यान्ह भोजन योजना बंद थी, लेकिन अब धीरे-धीरे सभी स्कूलों में प्रारंभ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में खाद्यान्न पहुंचाया जा रहा है, जिन स्कूलों में रसोईया नहीं है वहां जिला स्तर पर अभियान चलाकर अप्रैल में रसोइयों की रिक्ति के विरुद्ध नई रसोईया रख ली जाएगी।
       मुख्य सचिव ने कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश के आलोक में चलाया जा रहा है जो प्रधान शिक्षक शुरू नहीं करेंगे वो बर्खास्त हो जाएंगे।
        उन्होंने मध्यान्ह भोजन योजना में स्वाद और गुणवत्ता की जांच स्थानीय स्तर पर करवाते रहने का निर्देश दिया।
        उन्होंने सभी जिलाधिकारी को क्षेत्र भ्रमण के दौरान मध्यान्ह भोजन करने एवं उसकी गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए।
         खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव विनय कुमार ने बताया कि आज की तिथि में किसी जिले में अनाज की कमी नहीं है।
          बैठक के उपरांत जिलाधिकारी दरभंगा राजीव रौशन ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्यान्ह भोजन को वैसे विद्यालय जहाँ अब तक मध्याह्न भोजन योजना शुरू नहीं हो सका है वहाँ अति शीघ्र मध्याह्न भोजन प्रारंभ करने का निर्देश दिए।
       उन्होंने कहा कि वैसे प्रधानाध्यापक जो इस योजना को शुरू करने में विलंब करेंगे उनका वेतन स्थगित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। हर हाल में जिले के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन मिलना चाहिए।
    बैठक में उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन विजय चंद्र भगत एवं संबंधित पदाधिकारी गण उपस्थित थे।