दरभंगा 25 दिसंबर। मैथिली साहित्य परिषद दरभंगा के प्रांगण में मैथिली लोक संस्कृति मंच के तत्वावधान में डा टुनटुन झा जी की अध्यक्षता श्री चंद्रेश के संचालन में एक प्रतिरोध सभा हुई।
इस सभा में पूर्व डीजीपी होमगार्ड विहार श्री आर के मिश्रा ने दरभंगा संग्रहालय की दुर्लभ कलाकृतियां पटना ले जाने का काम एन डी ए सरकार कर रही है जो अनुचित है।जिनको देखना है ओ दरभंगा आ कर देखें। यहां से जाने नहीं दिया जाएगा।
मैथिली लोक संस्कृति मंच के महासचिव प्रोफेसर श्रीउदय शंकर मिश्रा ने कहा कि महाकवि विद्यापति एवं महेश ठाकुर की दुर्लभ पांडुलिपियां कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से चोरी हुआ आचार्य किशोर कुणाल कुलपति के समय में। चोर पकड़वाने के लिए कुणाल कुलपति ने सीबीआई जांच की अनुशंसा नहीं की। हमारी सर्वश्रेष्ठ पाण्डुलिपियां आज तक नहीं आई। कुणाल ही असल गुणहगार हैं क्योंकि उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया।
प्रोफेसर श्रीउदय शंकर मिश्र ने आगे कहा कि अब संग्रहालय दरभंगा की दुर्लभ कलाकृतियां पटना ले जाने वाले सरकारी महकमों का जमकर बिरोध किया जाएगा और जाने नहीं दिया जाएगा।
इस अवसर पर डा विद्यानाथ झा नारायणजी झा डा उमेश झा डा राजकिशोर झाजी बासुकीनाथ झा आदित्यनाथ चौधरी कौशल जी राजेश चौधरी भारद्वाज जी देवेन्द्र नाथ मिश्र प्रो चन्द्रशेखर झा बुढ़ा भाई सरकार के मिथिला बिरोधी निति की नींदा की और संग्रहालय दरभंगा के किसी समान को छूने की कोशिश की तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।