दरभंगा। मैथिली लोक संस्कृति मंच एवं सखी बहिनपा संगठन के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को दरभंगा आयुक्त कार्यालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
जिसकी अध्यक्षता श्रीचन्द्रेश ने किया। इस संबंध में मैथिली लोक संस्कृति मंच के सचिव सह कार्यक्रम के संयोजक प्रो उदय शंकर मिश्र ने कहा कि मैथिली को अष्टम अनुसूची में स्थान मिलने के बाद भी केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा मैथिली भाषा कि अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अष्टम अनुसूची में शामिल अन्य भाषाओं को जिस तरह शैक्षणिक संस्थानों में उचित स्थान दिया गया है, उसी तरह मिथिला के करोड़ों लोगों की जन भावना का कद्र करते हुए पाठशाला में मैथिली, केंद्रीय विद्यालय में मैथिली एवं मैथिली को राज्य भाषा की दर्जा दिलाने की मांग को लेकर इस विशाल धरना का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम को संबोधित करने वालों में सखी बहिनपा की संयोजिका श्रीमती आरती झा ने कहा कि मैथिली को पहली से बारहवीं तक शिक्षा का माध्यम बनाया जाना चाहिए। इस अवसर पर डा बैद्यनाथ चौधरी ने कहा कि मिथिला राज्य निर्माण के साथ ही मैथिली राजभाषा पढाई की भाषा बन जाएगी। इस अवसर पर पूनम मिश्र जनकपुर ने कहा कि सरकारी महकमों में मान्यता के साथ ही हमलोगों को घर में भी मातृभाषा सुरक्षित रखना है। डा प्रीतम निषाद ने पाठशाला में मैथिली पर अपनी कविता का गायन किया।
इस अवसर पर स्वर्णिम किरन कौशल बिनोद कुमार डा सुषमा सुजित आचार्य रामबाबू चौपाल पुतुल चोधरी डा राममोहन झा पं कमलाकांत झा प्रो सुधीर कुमार झा बुढ़ा भाई डा पितांबर मिश्र रेखा झा ममता झा सुनिता झा रजनी काठमांडू नीलम कोलकाता भारती चौधरी दिल्ली प्रभा झा जबलपुर।
अंत में दरभंगा कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें स्वर्णिम किरण डा नवल किशोर यादव और डा सुरेश राम डा ममता झा थीं।
26 Aug 2022
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