रांची। झारखंड की राजधानी रांची में पैगंबर मुहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद हुई हिंसा के दौरान उपद्रवी सुनियोजित तरीके से धार्मिक दंगा भड़काने के लिए हनुमान मंदिर को निशाना बनाना चाहते थे। इस बात का खुलासा सीआईटी की चार्जशीट में किया गया है। पुलिस द्वारा रांची हिंसा के सिलसिले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट ने रांची हिंसा के दौरान पुलिस फायरिंग से जुड़े मामले में 11 नामजद आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।अधिकारियों ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला डेली मार्केट थाने में एफआईआर नंबर 17/22 के साथ दर्ज किया गया था। यह हिंसा इसी साल 10 जून को हुई थी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर जून के अंतिम सप्ताह में इस मामले को सीआईडी ​​को ट्रांसफर कर दिया गया था। सीआईडी ​​की तीन सदस्यीय टीम ने इस मामले की जांच की थी।

उपद्रवियों ने 60 से 80 राउंड फायरिंग की थी।

क्षेत्राधिकारी की शिकायत पर 22 नामजद और करीब 8-10 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ डेली मार्केट थाने में मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले 22 जून को, 10 जून की रांची हिंसा के संबंध में एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें बताया गया था कि कैसे भीड़ हिंसक हो गई और उपद्रवियों ने पुलिस पर गोलियां चला दीं। एफआईआर के मुताबिक, उपद्रवियों ने 60 से 80 राउंड फायरिंग की और रांची के मेन रोड स्थित हनुमान मंदिर पर चढ़ने का प्रयास किया।

बिना अनुमति के किया विरोध-प्रदर्शन।

यह एफआईआर सीओ अमित भगत ने दर्ज कराई है, जिन्होंने कहा कि जब हजारों लोगों ने पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ नूपुर शर्मा की आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया, तब वह गश्त कर रहे थे। एफआईआर में कहा गया है कि विरोध-प्रदर्शन बिना अनुमति के था। पुलिस ने भीड़ को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह हिंसक हो गई।

पुलिसकर्मियों के हथियार छीनने की हुई थी कोशिश।

एफआईआर में आगे कहा गया है, उपद्रवी सुनियोजित तरीके से धार्मिक दंगे भड़काने और पथराव जारी रखने के लिए हनुमान मंदिर को निशाना बनाना चाहते थे।इतना ही नहीं, भीड़ ने मंदिर पर चढ़ने के प्रयास में पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी।इस प्रक्रिया में, भीड़ और बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं,भीड़ में से कई लोगों ने पुलिस कर्मियों के हथियार भी छीनने की कोशिश की थी।

एफआईआर में आगे बताया गया है कि पुलिस द्वारा मामूली बल का प्रयोग किया गया, लेकिन भीड़ को नहीं रोका जा सका। उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा भी प्रदर्शनकारियों से बात करने और उन्हें शांत करने के प्रयासों का भी कोई नतीजा नहीं निकला।

*हालात काबू करने को किया गया बल प्रयोग*

एफआईआर में यह भी उल्लेख किया गया है कि नियंत्रित हवाई फायरिंग और बल प्रयोग का आदेश दिया गया, जो कुछ हद तक भीड़ को तितर-बितर करने में सफल रहा। “पांच राउंड आंसू गैस के गोले दागे गए और कई राउंड हवाई फायरिंग की गई और फिर लाठीचार्ज किया गया… मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बदमाशों ने 60-80 राउंड फायरिंग की।

रांची पुलिस ने पिछले सप्ताह कहा था कि रांची में शुक्रवार, 10 जून को हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ 10 जून को शुक्रवार की नमाज के बाद रांची में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। विरोध के हिंसक होने से दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे।

(सौ स्वराज सवेरा)