ल0न0मि0 के राजनीति विज्ञान विभाग संगोष्ठी का आयोजन, पूर्व अध्यक्षों को किया गया सम्मानित, वायवा आयोजित
#MNN@24X7 दरभंगा, मिथला विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में शोधार्थी मुहम्मद फिरदौस अली पुत्र स्वर्गीय मुहम्मद नूरुल होदा उर्फ लाल बाबू निवासी मोहल्ला महदौली दरभंगा का शनिवार को पीएचडी का ओपन वाइवा प्रोफेसर मुनेशवर यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ , जिसमें सिद्धू कान्हू मूरमू विश्वविद्यालय दुमका, झारखंड के प्रति कुलपति एवं एएन कॉलेज पटना के वरिष्ठ प्रोफेसर विमल प्रसाद सिंह ने उपथित हुए। शोधार्थी फिरदौस अली ने अपना शोध पत्र “बिहार में राजनीतिक परिवर्तन (1989 से वर्तमान)ः एक विश्लेषणात्मक अध्ययन“ शीर्षक से अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर प्रो. पीसी मिश्रा, डीन फैकल्टी ऑफ सोशल साइंस, मिथला यूनिवर्सिटी, फिरदौस अली के शोध पर्यवक्षक प्रो. सत्य नारायण प्रसाद, सेंटर फॉर यूरोपियन स्टडीज, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज जेएनयू, नई दिल्ली (राजनीति विज्ञान के पूर्व प्राचार्य स्नातकोत्तर विभाग, मिथला विश्वविद्यालय, दरभंगा), विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुनेश्वर यादव, स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्षों में प्रो. शत्रुधन प्रसाद, प्रो. अनिल कुमार झा, प्रो. जगदीश प्रसाद यादव, प्रो. रामदेव राय, प्रो. रविन्ंद्र चौधरी, स्नातकोत्तर उर्दू विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. आफताब अशरफ के अलावा विभाग के शिक्षकों में प्रो. मुकल बिहारी वर्मा, श्रीमती नीतू कुमारी, श्री रघुवीर कुमार रंजन, शिक्षकेत्तर कर्मी में प्रताप नारायण (प्रधान लिपिक) शामिल, डॉ रंजीत पासवान और सुनील कुमार चौधरी, रामकृपाल अमर, शोधार्थीयों विजय कुमार, प्रदीप कुमार एवं छात्र-छात्रा, एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के नदीम काजमी, डॉ. नौशाद अली, एडवोकेट इरफान अहमद पैदल, डॉ. इन्तेखाब हाशमी, डॉ. मंसूर ख़ुश्तर, एआईएम के राज्य महासचिव नजरे आलम, इकबाल रजा, डॉ अब्दुल मतीन कासमी, डॉ अकील सिद्दीकी, एहतशामुल हक, मेहदी रजा, असद दानियाल आदि शामिल हुए और सभी प्रतिभागियों ने फिरदौस अली को वाईवा के आयोजन पर बधाई दी। फोन पर पूर्व अध्यक्ष और स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व डीन प्रो. जितेंद्र नारायण आदि ने बधाई दी।
इस अवसर पर विभाग के सभागार में “बिहार में विकासः चुनौतियाँ एवं सम्भावनाएँ“ शीर्षक से संगोष्ठी भी आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता विभाग के अध्यक्ष प्रो.मुनेश्वर यादव एवं संचालन प्रो.मुकल बिहारी वर्मा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राचार्य रघुवीर कुमार रंजन ने किया। इस मौके पर प्रो. सत्य नारायण प्रसाद जेएनयू व विभाग की ओर से पूर्व अध्यक्षों को चादर, पाग और माला पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने उपरोक्त विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। वीमल प्रसाद ने कहा कि नवयुवक अपने प्रतिनिधियों का चुनाव राग और द्वेस से उपर उठकर अपनी सोच एवं विवेक से करेंगे तो एक अच्छी सरकार बनेगी और बिहार का विकास संभव होगा। उनहों ने बिहार में विकास के पिछड़ेपन को भी गिनाते हुए कई सलाह दिये।
प्रो० सत्यनारायण प्रसाद ने कहा कि समाजिक, आर्थिक, राजनितिक और सांसकृतिक छेत्र में मौजूद असमान्ता को दूर करने पर ही बिहार का विकास संभव है। प्रो0 अनिल कुमार झा ने बिहार के विकास के लिये सामाजिक परिर्वतन को बढ़ावा देने के लिये मानवीय गुणों के विकास पर बल दिया। प्रो0 रविन्द्र चौधरी ने पिछड़ेपन के कारकों के अध्यन हेतु केन्द्र और राज्य की योजनाओं के निर्माण एवं क्रियांव्यन संबंधित शोध कार्य को बढ़ावा देने की बात कही।
प्रो0 रामदेव राय ने कहा कि विकास की बात राजनितिक विकास के बगैर अधूरी है। प्रो0 जगदीश प्रसाद यादव ने बिहार के विकास हेतु समाजिक परिर्वतन पर बल दिया वहीं प्रो0 शत्रूधन प्रसाद ने विकास हेतु कृषि छेत्र की समस्याओं को सुलझाने पर बल दिया। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में प्रो0 मुनेश्वर यादव ने कहा कि बिहार को विकास के पथ पर अग्रसर करने हेतु योजना के निर्माण एवं क्रियांव्यन की खाई को पाटने, नौकरशाही की सन्सकृति को उन्नत करने और श्रम को सम्मान देने की आवश्यक्ता है। इस मौके पर बड़ी संख्या में विभाग के छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।