#MNN@24X7 ग्रामीणों के द्वारा बताया जा रहा है कि इस स्कूल में सही से पढ़ाई नहीं होती है नहीं मिड डे मील की कोई व्यवस्था है यहां के मास्टर स्कूल 9:00 बजे खुलने की वजह 11:00 बजे खोलते हैं कोई भी मास्टर किसी भी समय पहुंच जाते हैं और बच्चे को जैसे तैसे छोड़ कर देते हैं वही ग्रामीणों ने आज बताया कि यहां दो दिनों से मिड डे मिल नहीं बन रहा था जब हम लोग पहुंचे तो मिड डे मील बनाया गया।
वहीं मिड डे मील बनाने वाली ने बताया कि मैडम का आदेश के कारण हम नहीं बना पाते हैं जब बच्चा 30 40 50 रहता है तब प्रिंसिपल मैडम बोलती है कि नहीं बनाने के लिए मुझे सही से सामान नहीं दी गई है। वही बच्चों ने बताया कि यहां दो शौचालय है जिसमें ताला लगा रहता है जो मास्टर खुद उसे करते हैं और बच्चे सड़क पर जाते हैं। वहां के ग्रामीणों का बड़ा आरोप लगा है की बच्चों से साफ सफाई भी करवाया जाता है।
वहीं विद्यालय के अध्यक्ष आशा देवी ने बताया कि मैं करीब 2 साल से अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हूं मगर मुझे आज तक कोई भी मीटिंग में नहीं बुलाया गया नहीं कुछ राय लिया गया। वही अध्यक्ष ने बताया कि मैं कई बार इनसे संपर्क किया मैं इनका कोई जवाब नहीं आता है इसके लिए हमने शिक्षा पदाधिकारी को लेटर भी लिख चुकीं हैं।
इस प्रधानाध्यापक ने बताया कि यहां 8 मास्टर है जो आज 11:00 बजे तक टीवी मास्टर उपस्थित थे वह भी लेट से वही रूबी देवी नामक एक लेडिस टीचर जो बिना सूचना के गायब थी। उनके बारे में जो हमारी टीम ने जानने की जानकारी ली तो उन्होंने बोला कि व्हाट्सएप पर मैसेज कीजिए हम नहीं आएंगे मगर वह मैसेज दिखाने से इनकार कर दी। वहीं जहां स्कूल 9:00 बजे खुलता है वहां 11:00 बजे झाड़ू लगाता है तो आप ही बताइए स्कूल की क्या दशा होगी। यह स्कूल की इधर-उधर हजारों लोग रहते हैं और सभी ने आरोप लगाया कि यहां की मैडम अपने काम में लापरवाही करती है और स्कूल का चावल स्कूटी के सहारे बाहर भेजा जाता है। जबकि इस स्कूल में 250 बच्चा का नाम रजिस्टर्ड है। मगर यहां आते हैं 50 के लगभग और रजिस्टर में मेंटेनेंस होती है 200 बच्चे यह सब मिड डे मील का खेल है जो बच्चे को जितना बढ़ाया जाता है उतना प्रधानाध्यापक का पैसा बचता है सामान बचता है।