संभावनाओं से भरा है नर्सिंग का क्षेत्र, इस सेवा से जुडे होने का गर्व है मुझे: शबरून।
दरभंगा. नर्सिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये सदर अस्पताल में कार्यरत एएनएम शबरून को सोमवार को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगिल अवार्ड से सम्मानित किया गया. राजधानी दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में इसे लेकर आयोजित विशेष समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्म ने उन्हें इस प्रतिष्ठित अवार्ड से नवाजा. शबरून ने बताया कि राष्ट्रपति के हाथों सम्मान प्राप्त कर वे बेहद गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. इसे जीवन का खास लम्हा बताते हुए उन्होंने इस सफर में उनका सहयोग व समर्थन देने के लिये पूरे स्वास्थ्य महकमा के प्रति आभार व्यक्त किया. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर शबरून को शुभकामना देने वालों का तांता लगा है.
उत्कृष्ट सेवा के लिये मिला सम्मान
समसतीपुर रोसड़ा मार्केट डगवड़ टोली निवासी वार्ड नं 13 निवासी शबरून खातून राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटेंगिल अवार्ड से सम्मानित बीते छह सालों से सदर पीएचसी में कार्यरत हैं. सदर पीएचसी प्रभारी डॉ उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि कुशल जन्म परिचारक प्रशिक्षण में भागीदारी, कोरोना महामारी के प्रबंधन, गर्भावस्था व कोविड नर्स सलाह कार्यक्रम, सेमुलेशन सुविधा प्रशिक्षण, नवजात देखभाल पुनर्जीवन कार्यक्रम सहित अन्य कई प्रशिक्षण में उन्होंने सफल भागीदारी निभायी है. राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा योग्यता आधारित रेटिंग में उच्चतम स्कोर जिला व प्रखंड स्तर पर टॉपर के रूप में मान्यता मिलने के बाद शबरून का चयन इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिये किया गया है.
संभावनाओं से भरा है नर्सिंग का क्षेत्र
शबरून ने बताया कि उनके लिये ये बेहद गरिमापूर्ण समय है. नर्स के पेशा को कमतर आंका जाता रहा है. जो गलत है. नर्सिंग का क्षेत्र संभावनाओं से भरा है. कई अच्छे कोर्स हैं, जिससे बेहतर मुकाम हासिल किया जा सकता है. कहा कि नर्सिंग के पेशा से जुड़े होने का उन्हें गर्व है. अपने अन्य सहकर्मियों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि अपने कार्य व जिम्मेदारी के प्रति सेवा व समर्पण के भाव के दम पर असीमित ऊंचाईयों को छूआ जा सकता है. इसे लेकर हमें निरंतर तत्पर रहने की जरूरत है.