– निक्षय आईडी के बिना नहीं दी जाएगी टीबी मरीजों को दवा
-एनटीईपी एवं डॉक्टर फॉर यू के सहयोग से सीएमई से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित
#MNN@24X7 मधुबनी , 22 दिसंबर, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक टीबी जैसी बीमारी को जड़ से मिटाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसको लेकर डॉक्टर फॉर यू के द्वारा राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का आयोजन शहर के एक निजी होटल में किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन एसीएमओ डॉ. आर.के सिंह,यक्ष्मा पदाधिकारी डॉक्टर जी एम ठाकुर, डॉ जेसी झा, डॉ महेंद्र सिंह, डॉक्टर एस एन सिन्हा, डॉ महेश कुमार, डॉक्टर संजीव कुमार झा, डॉ रौशन कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिला केंद्र के डीपीसी पंकज कुमार,भुवन नारायण कंठ विनोद कुमार, डॉक्टर फॉर यू स्टेट हेड युवराज सिंह, एरिया कोऑर्डिनेटर मुकेश कुमार, डीसी शशि मिश्रा, अनिल कुमार सहित शहर के कई निजी चिकित्सक उपस्थित थे।
टीबी मुक्त अभियान में निजी चिकित्सकों की अहम भूमिका:
डॉक्टर फॉर यू के स्टेट हेड युवराज सिंह, ने कहा कि इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन डॉक्टर फॉर यू की ओर से किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत ज़िले केजिले के सभी मेडिकल स्टोर एवं निजी प्रैक्टिसनरों डॉक्टरों द्वारा बिना निक्षय आईडी के दवा ना दें इससे मरीज नियमित दवा नहीं ले पा रहे हैं.जब तक उनके पास दवा खरीदने की व्यवस्था होती है तब तक खरीदने हैं बाद में बंद कर देते हैं उन्होंने बताया बाहर से टीबी के मरीजों का दवा देने से अस्पताल के पास कोई रिकॉर्ड नहीं रह पाता है.
टोल फ्री नंबर 1800-116666 पर लें टीबी से संबंधित जानकारी:
एसीएमओ डॉक्टर आरके सिंह ने कहा कि भारत सरकार द्वारा टीबी से संबंधित जानकारियों के लिए टोल फ्री नंबर 1800-116666 जारी किया गया है। जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति मात्र एक कॉल से टीबी जैसी बीमारी से संबंधित सभी तरह की जानकारी प्राप्त कर सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, देश में सबसे गंभीर बीमारी समझी जाने वाली टीबी (क्षय रोग) के इलाज में अब मोबाइल फोन की सहायता ले रहा है। क्योंकि वर्तमान समय में अधिकांश लोगों के पास मोबाइल फोन की उपलब्धता हो गई है। यही कारण है कि विभागीय स्तर पर एक टॉल-फ्री नंबर जारी किया गया है।