50 महिलाओं को ऐपवा का सदस्य बनाया गया।

30 सितंबर से दिल्ली राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए जारी पर्चा का सामूहिक पाठ किया गया।

स्कीम वर्करों को संगठित कर सरकारी कर्मी घोषित करने को संघर्ष करेगी ऐपवा।

#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 10 सितंबर, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला ऐसोसिएशन (ऐपवा) के बैनर तले रामापुर महेशपुर पंचायत के राजखंड में रविवार को महिलाओं की बैठक में रोजी-रोटी से लेकर हक, बराबरी और न्याय के लिए संघर्ष तेज करने, पंचायत से लेकर नगर- प्रखण्ड तक संगठन को मजबूत करने, सदस्यता अभियान में तेजी लाने, 30 सितंबर से दिल्ली में हो रहे राष्ट्रीय सम्मेलन को तन-मन-धन से सफल बनाने समेत कई अन्य निर्णय लिया गया।

बैठक की अध्यक्षता रंजू कुमारी ने किया। रंजू देवी, इंदू देवी, सुशीला देवी, ललिता देवी, नमिता देवी, राजवती देवी, जगतारण देवी, पूजा देवी, चंदा देवी, रामसखी देवी, पहिया देवी आदि ने बैठक में भाग लेकर अपने- अपने विचार व्यक्त किया। मौके पर 50 महिलाओं को ऐपवा का सदस्य बनाया गया। मौके पर रंजू देवी को राजखंड ऐपवा का संयोजक चुना गया।

नये सदस्यों को संबोधित करते हुए ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि ऐपवा का 9वां राष्ट्रीय सम्मेलन एक ऐसे चुनौतिपूर्ण दौर में हो रहा है जब सरकार ने आजादी एवं लोकतंत्र की आवाजों को कोई कोर- कसर नहीं छोड़ रही है। आज अगर महिलाएं कही भी अपनी रोजी-रोटी से लेकर हक, बराबरी और न्याय के लिए आवाज उठाती हैं तो सरकार द्वारा और सरकारी संरक्षण प्राप्त सामाजिक- धार्मिक प्रभुत्वशाली वर्गों और सामंती तत्वों के गठजोड़ द्वारा महिलाओं के हर अधिकार- आवाज को निर्ममता से कुचल देने की कोशिश खुलेआम दिखती है। इसके खिलाफ ऐपवा महिलाओं को अपने बैनर तले गांव, टोला, मुहल्ला से लेकर नगर, प्रखण्ड तक संगठित कर आंदोलन तेज करेगी।