#MNN@24X7 दरभंगा, मंत्रोच्चारण और संगीत के साथ ” 2nd दरभंगा रंग महोत्सव” की शुरुआत दरभंगा के मैथिली साहित्य परिषद के दिग्गी पश्चिम में हुई। तीन दिवसीय द्वितीय “दरभंगा रंग महोत्सव” का आयोजन श्याम कुमार सहनी (राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक) द्वारा कलर व्हील दरभंगा की ओर से किया गया। नाट्य महोत्सव के पहले दिन लेखक विजय दान देथा द्वारा लिखित व शिवम कुमार और नीतीश कुमार द्वारा निर्देशित नाटक “लजवंती” की प्रस्तुति दी गयी। यह प्रस्तुति कलर व्हील दरभंगा के कलाकारों ने दी।

नाटक- ‘लजवंती’

राजस्थान के प्रसिद्ध लोक साहित्यकार विजयदान देथा की इस रचना में लोक प्रेम का रंग दिखता है। यह कहानी हमारे समाज में महिलाओं और पुरुषों की तस्वीर को भी दर्शाती है। एक महिला उनके बारे में क्या सोचती है या एक महिला के चश्मे से एक पुरुष उनके बारे में क्या सोचता है। यह गुप्त रूप से प्यार का सवाल पूछता है। 

इस नाटक में दो कहानी साथ साथ चलते हैं। पहला लजवन्ती, और दूसरी कृष्णा और उसकी प्रेमिका की।
कृष्णा एक नवजवान युवक है जो लड़कपन में लड़की से प्यार तो कर बैठता है पर जिम्मेदारी निभाने से कतराता है। उसकी प्रेमिका को, लजवन्ती की कहानी सुनाने के दौरान अपने अस्तित्व की पहचान मिलती है और फ़िर वो प्यार और समाज के रीति रिवाज़ों पर सवाल खड़ा करती है। कार्यक्रम की प्रस्तुति को दर्शकों को खूब सराहा। नाटक में मंच पर निकिता कुमारी, शिवम कुमार, नीतीश कुमार, विक्रम कुमार ठाकुर, रौशन कुमार, मुकेश कुमार, मोहन कुमार मौजूद थे वहीं नाटक का संगीत वर्षा कुमारी और विशाल कुमार ने किया वहीं मंच सज्जा मोहन प्रजापति ने किया।

मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. प्रेम मोहन मिश्रा (H.O.D, Dean) डिपार्टमेंट ऑफ केमिस्ट्री, नारायण जी चौधरी
मिथिला ग्राम विकास परिषद( संयोजक), मोदनाथ मिश्र, श्याम कुमार साहनी, कमलेन्द्र चक्रपाणि ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। सूफ़ी संगीत की प्रस्तुति गंधर्व बैंड के द्वारा जिसमें शिवम पोद्दार, परमवीर प्रताप सिंह, अभिषेक कर्ण, अनीश कुमार, अविनाश कुमार मौजूद थे। वहीं लोक नृत्य की प्रस्तुति डांस अड्डा दरभंगा की गई जिसके टीम लीडर व नृत्य निर्देशक प्रेम सिंघानियां हैं। कलर व्हील टीम में अमर जी राय, प्रशांत राणा, रौशन राज शामिल थे।