माला पहनाकर और बूके देकर किया गया सम्मानित।
दरभंगा। मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा विश्वविद्यालय अध्यक्ष आदित्य मिश्रा के नेतृत्व में रसायन शास्त्र के एचओडी प्रोफेसर प्रेम मोहन मिश्रा को सम्मानित किया गया। इस बात की जानकारी देते हुए मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना ने कहा कि सोमवार को संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमन सक्सेना विश्वविद्यालय अध्यक्ष आदित्य मिश्रा विश्वविद्यालय संरक्षक सागर सिंह उपाध्यक्ष संदीप कुमार सोनू संगठन के सदस्य गुलफाम रेहमानी व जावेद अख्तर ने प्रो प्रेम मोहन मिश्रा को बुके और माला पहना कर सम्मानित करने का काम किया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि पूरे विश्वविद्यालय में यह एकमात्र प्रोफ़ेसर हैं जो छात्र हित को लेकर अकसर सुर्खियों में रहते हैं। कोरोना काल में भी ऑनलाइन क्लास करवाने की बात हो या वर्ग में छात्रों की उपस्थित के लिए उठाये गए कदम। इनका कोई जवाब नहीं हैं। जुलाई में इनका स्थानांतरण एमएलएसएम कॉलेज से पीजी रसायन विभाग में कर दिया गया। जिसके बाद वर्ग में छात्रों की उपस्थिति के लिए विभिन्न तरह से प्रयास इनके द्वारा किये गये।
पहले छात्रों को फ़ोन किया गया फिर छात्रों के अभिभावक से बात कर छात्रों को वर्ग भेजनें के लिए अपील की गई। जिसका असर यह हुआ की पुरे विभाग में लगभग 50 प्रतिशत छात्र रोजाना क्लास करने लगे। छात्रों को ऑनलाइन के माध्यम से भी पढ़ाया जाने लगा। ऐसे छात्र जो कोई भी क्लास अटेंड नहीं कर पाये या फिर 50 प्रतिशत से कम क्लास किया है। ऐसे किसी भी छात्र का सीआईए का परीक्षा नहीं लिया गया। सभी के परीक्षा लेने पर तत्काल रोक लगा दिया गया हैं। यह एक अच्छा कदम हैं जिसका एमएसयू समर्थन करता है।
अगर कोई शिक्षक छात्रों को पढ़ाने के लिए इस तरह का कदम उठाते है। फिर भी छात्र वर्ग तक नहीं पहुंच पा रहे हैं तो ऐसे छात्रों को परीक्षा देने से रोक देना ही चाहिए। जैसा की प्रो प्रेम मोहन मिश्रा ने किया है। हालांकि सभी छात्र भी उनकी बातो से सहमत नजर आये हैं और आगे से क्लास करने की बात कही है। इसको देखते हुए आज एमएसयू के द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया और रासायन विभाग में जाकर प्रो प्रेम मोहन मिश्रा को सम्मानित करने का काम किया है।
एमएसयू के सदस्य ने कहा कि प्रो मिश्रा हम सबको प्रेरणा देने का काम कर रहे हैं। व्यस्था कैसी भी हो अगर आपका सोच ईमानदार हो तो बदलाव किया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी पद पर बैठ कर अपना काम ईमानदारी से करेंगे तो इसका फायदा सभी लोगो तक पहुंच सकता है। इस तरह का कदम सभी प्रोफेसर को उठाना चाहिए ताकि डिग्री बांटने वाले इस विश्वविद्यालय में शिक्षा की भी कोई जगह हो सके। छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल सके। एमएसयू प्रोफेसर मिश्रा का तहे दिल से धन्यवाद करता है।