#MNN@24X7 दरभंगा 14 अक्टूबर। आइसा जिला सचिव मयंक कुमार यादव और जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने एक प्रेस विज्ञपति जारी करते हुए कहा है कि ललित नारायण मिथिला विवि के अधिकारी किसी आवेदन पर करवाई करने के बदले उसे बिना जांचे परखे झूठा करार दे देते है। और छात्र संगठन के नेताओ पर गलत आरोप लगाते है। इसकी आइसा करी निंदा करती है।
आइसा नेताओ ने कहा कि BMA कॉलेज बहेड़ी में खुलेआम बीएड स्पॉट नामांकन में अनियमितता हुई है। आरक्षण रोस्टर का पालन नही किया गया हैं। मिथिला विवि के अधिकतर कॉलेज में नामांकन में बड़े पैमाने पर गरबरी हुई है। सरकारी कॉलेज तो कम से कम गलत मेरिट लिस्ट भी निकाला लेकिन निजी बीएड कॉलेज ने तो कोई लिस्ट भी नही निकाला। निजी व सरकारी बीएड कॉलेज में बड़े पैमाने पर मेरिट में गरबरी हुई है। पैसा-पैरवी के आधार पर नामांकन हुआ है। कही आवेदन नही लेना तो कही मेरिट लिस्ट नही निकालना और जब इसकी जांच के लिए एक ज्ञापन दिया गया तो विवि के नोडल पदाधिकारी सह कुलसचिव छात्र संगठन पर गलत आरोप लगाते हुए जांच के बजाय झूठ बोलने का काम किया है।
इस मश्ले पर कुलसचिव को अपनी बयान को वापस लेते हुए माफी मांगना चाहिए और मिथिला विवि के बीएड कॉलेज में हुए स्पॉट नामाकन को रद्द करते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच कराकर पुनः नामांकन का डेट निकाला जाए। जल्द ही आइसा इस आशय की सूचना राजभवन, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री को ज्ञापन के माध्यम अवगत कराएगी।