कुलपति के निर्देशानुसार दिसंबर 2022 तक नैक हेतु एसएसआर होगा जमा, तदनुसार विभागीय डाटा हो ससमय उपलब्ध- डा जिया।

आइक्यूएसी निदेशक की अध्यक्षता में आयोजित बैठक प्रो विमलेन्दु व डा दिवाकर सहित 25 से अधिक व्यक्तियों की हुई सहभागिता।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार नैक मूल्यांकन एवं प्रत्यर्पण हेतु एसएसआर दिसंबर 2022 तक विश्वविद्यालय द्वारा जमा किया जाना है। इस उद्देश्य से विश्वविद्यालय में नैक की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है।

विश्वविद्यालय- नैक के तृतीय चक्र की तैयारी की समीक्षा के उद्देश्य से आइक्यूएसी के निदेशक डा मो जिया हैदर की अध्यक्षता में आइक्यूएसी कोर कमेटी तथा पीजी व स्ववित्त पोषित संस्थानों के डीक्यूएसी समन्वयकों की महत्वपूर्ण बैठक आइक्यूएसी के सभागार में हुई, जिसमें कोर कमेटी के सदस्य- प्रो विमलेन्दु शेखर झा तथा डा दिवाकर झा व विभिन्न विभागोंं के समन्वयक- प्रो मुनेश्वर यादव, प्रो दमन झा, प्रो अनीस अहमद, डा राजीव कुमार, डा आनंद प्रकाश गुप्ता, डा अनुरंजन, डा अरविन्द मिलन व डा एम आर बैग आदि सहित विभिन्न विभागों एवं संस्थानों के सामन्वयकों सहित 25 व्यक्तियों ने भाग लिया।

आगत सदस्यों का स्वागत करते हुए आइक्यूएसी निदेशक डा मो जिया हैदर ने कहा कि सभी स्नातकोत्तर विभागों एवं स्ववित्त पोषित संस्थानों से नैक संबंधी डाटा व सूचनाएं मांगी गई है, जिसे ससमय उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है, ताकि शीघ्र एसएसआर तैयार हो सके। उन्होंने नैक संबंधी डाटा संग्रहित करने तथा जमा करने हेतु प्रारूपों की विस्तृत जानकारी पीपीटी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से देते हुए नैक संबंधित सभी तकनीकी पक्षों से भी कोऑर्डिनेटरों को अवगत कराया।

विश्वविद्यालय आइक्यूएसी के कोर कमिटी के सदस्य प्रो विमलेन्दु शेखर झा ने विश्वविद्यालय एवं संस्थानों के लिए नैक मूल्यांकन के महत्व को बताते हुए विभागीय प्रतिवेदन तैयार करने के संबंध में विस्तार से सदस्यों को जानकारी दी। आइक्यूएसी कोर कमिटी के सदस्य डा दिवाकर झा ने कहा कि नैक मूल्यांकन में स्नातकोत्तर विभागों एवं संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और इस दृष्टिकोण से नैक डीक्यूएसी समन्वयकों को विभागीय स्तर पर अभी से ही तैयारी प्रारंभ करने की जरूरत है।

बैठक में प्रो अनीस अहमद व डा अनुरंजन सहित अनेक सदस्यों के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर निदेशक डा हैदर ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग के डीक्यूएसी समन्वयक डा संकेत कुमार झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।