11 से 22 सितंबर के बीच कुल 11 दिनों में 28 शिक्षकों के व्याख्यान किए जाएंगे रिकॉर्ड जो सोशल साइट्स के माध्यम से छात्रों को कराया जाएगा उपलब्ध।

#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से विश्वविद्यालय के एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर में स्थापित ऑडियो- वीडियो लैब में शिक्षकों की व्याख्यान रिकॉर्डिंग प्रारंभ हुआ। आज पहले दिन विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग के प्राध्यापक डा आर एन चौरसिया तथा उर्दू विभाग की प्राध्यापिका डा नासरीन सुरैया ने अपने- अपने व्याख्यान रिकॉर्ड करवाए। डा चौरसिया ने “महाभारत का स्वरूप, महत्त्व, रचनाकाल एवं वर्ण्य- विषय पर, जबकि डा सुरैया ने “उर्दू के विभिन्न साहित्यिक आंदोलनों एवं रुझानों का परिचय” शीर्षक पर अपना व्याख्यान रिकॉर्ड कराया। व्याख्यान रिकॉर्डिंग में विश्वविद्यालय आईटी सेल इ मुकुन्द माधव ने हर तरह की तकनीकी सुविधा उपलब्ध करवाया।

एडवांस्ड रिसर्च सेन्टर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो सुरेन्द्र कुमार ने व्याख्यान रिकॉर्डिंग को विश्वविद्यालय की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे दूरस्थ एवं निर्धन छात्रों को भी बेहतर शिक्षकों के व्याख्यानों से अत्यधिक लाभ होगा। ऑडियो- वीडियो लैब की विश्वविद्यालय में स्थापना कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह की अति दूरदर्शी एवं ऐतिहासिक निर्णय है। इस लैब का लाभ सिर्फ विश्वविद्यालय के छात्रों को ही नहीं, बल्कि बिहार सहित भारत के अन्य सभी विश्वविद्यालय के छात्रों को भी होगी। यह लैब इसी तरह से अपने विश्वविद्यालय एवं अन्य दूसरे विश्वविद्यालयों के अच्छे शिक्षकों के भी व्याख्यान रिकॉर्ड कराकर छात्र- छात्राओं को उपलब्ध कराया जाएगा।

लैब के कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने बताया कि इस प्रथम चरण में जिन 28 शिक्षकों के व्याख्यान रिकॉर्डिंग होने हैं, उनमें जन्तु विज्ञान से डा पारुल बनर्जी, वनस्पति विज्ञान से डा ख्वाजा सलाहउद्दीन, अंग्रेजी से प्रो पुनीता झा, गणित से विपुल स्नेही, गृह विज्ञान से डा अपराजिता कुमारी, मनोविज्ञान से अमृत कुमार झा, इतिहास से डा अमिताभ कुमार तथा डा ज्योति प्रभा, उर्दू से डा नासरीन सुरैया, दर्शनशास्त्र से डा संजीव कुमार साह, बीएड रेगुलर से डा मिर्जा रूहुल्लाह बैग तथा डा निधि वत्स, एपीजे अब्दुल कलाम डब्ल्यूईटी से डा रश्मि कुमारी, भूगोल से डा मनुराज शर्मा, डा रश्मि शिखा तथा डा सुनील कुमार सिंह ‘ए’, राजनीति विज्ञान से गंगेश कुमार झा, भौतिकी विभाग से पूजा अग्रवाल तथा डा दीपक कुमार, वाणिज्य से डा निर्मला कुशवाहा, संगीत एवं नाट्य विभाग से प्रो पुष्पम नारायण तथा प्रो लावण्य कीर्ति सिंह ‘काव्या’, मैथिली से डा सुरेश पासवान, समाजशास्त्र से डा प्रमोद गांधी, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान से रंजीत कुमार महतो, अर्थशास्त्र से नवीन कुमार, एआईएच एण्ड सी विभाग से डा प्रतिभा कुमारी तथा संस्कृत विभाग से डा आर एन चौरसिया के नाम शामिल हैं।