#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर वनस्पति विज्ञान विभाग के अवकाश प्राप्त प्रोफ़ेसर ए एन कारगुप्ता द्वारा लिखित दो पुस्तकों का विमोचन कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के द्वारा उन्हीं के कार्यालय कक्ष में किया गया, जिनमें “ए मोनोग्राफ ऑन इंडियन किटोफोरेल्स” तथा “उडोगोनिएलस (क्लोरोफाइसी) ऑफ बिहार” के नाम शामिल हैं।

कुलपति ने कहा कि दोनों पुस्तकें शोधार्थियों के साथ ही शिक्षकों के लिए भी अति उपयोगी होंगी। इन पुस्तकों का लेखन विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।

उक्त पुस्तकों के संक्षिप्त विमोचन कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो शाहनाज जमील, वरीय शिक्षक डा रामनरेश झा व डा गजेन्द्र प्रसाद तथा डा अवनि रंजन सिंह आदि उपस्थित थे।

स्नातकोत्तर वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो शाहनाज जमील ने कहा कि 1961 ईस्वी में किटोफोरेल्स पर सर्वप्रथम मोनोग्राफ लिखा गया था, परंतु अभी तक इस पर दूसरा कोई मोनोग्राम नहीं लिखा गया है, जिससे शोधार्थियों को शोध कार्य करने में काफी कठिनाइयां होती थीं। इस पुस्तक के उपलब्ध होने से शोधार्थियों को काफी लाभ होगा। इस पुस्तक में पूरे भारत का किटोफोरेल्स पर हुए शोधों का अद्यतन समावेश किया गया है।

प्रो कारगुप्ता की उक्त पहली पुस्तक डा जयप्रकाश केसरी तथा दूसरी डा श्वेता कुमारी के साथ लिखित हैं।