आज दिनांक 08/03/2022 को विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन विभागाध्यक्ष प्रो ध्रुव कुमार की अध्यक्षता में की गई, जिसमें विभागीय शिक्षक प्रो अनीस अहमद एवम् डॉक्टर आभा रानी सिन्हा के साथ बड़ी संख्या में शोधार्थी एवम् छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए। इस अवसर पर सीनू आनंद ने महिला सशक्तिकरण पर वैदिक काल में नारी की महत्ता की चर्चा करते हुए कहा कि वही मान- सम्मान आज प्रदान करने की आश्यकता है, जबकि सविता कुमारी ने वर्तमान परिवेश में माता के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं के बेहतर उपस्थिति एवम् प्रदर्शन का श्रेय मां को जाता है। निशु कुमारी ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन से परचम लहरा रही है। विभागीय शिक्षिका डॉक्टर आभा रानी सिन्हा का कहना था कि अभी भी अपने समाज में लैंगिक असमानता है।

कुछेक रूढ़ियों को तोड़ने की आवश्यकता है तभी महिलाओं का और अधिक सशक्तीकरण से समानता लाना संभव हो सकता है। प्रो अनीस अहमद ने कार्यक्रम संचालन करते हुए रेखांकित किया कि बेहतर समन्वय से ही महिलाओं का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है। अध्यक्षीय भाषण करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो ध्रुव कुमार ने कहा कि पुरुष और नारी समाज के दो पहिए है। महिला में बेहतर शिक्षा प्रदान कर और उन्हें उचित सम्मान देकर ही देश और समाज की प्रगति की जा सकती है।