क्विज प्रतियोगिता में विकास- प्रथम एवं अमन- द्वितीय तथा श्लोक वाचन प्रतियोगिता में भक्ति रानी- प्रथम एवं रितु ने पाया द्वितीय स्थान।
#MNN@24X7 ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के तत्वावधान में मनाये जा रहे “सप्त दिवसीय संस्कृत सप्ताह समारोह” में आज छात्र- छात्राओं के बीच क्विज प्रतियोगिता तथा श्लोक वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
“भारतीय संस्कृति पर आधारित क्विज प्रतियोगिता” में विकास कुमार यादव- प्रथम, अमन कुमार झा- द्वितीय तथा अतुल कुमार झा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, जबकि श्लोक वाचन प्रतियोगिता में भक्ति रानी- प्रथम, रितु कुमारी- द्वितीय तथा चन्द्रशेखर झा एवं अतुल कुमार झा ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया, जिन्हें 31 अगस्त को आयोजित होने वाले समापन समारोह में प्रमाण पत्र तथा मेडल आदि प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
प्रतियोगिताओं का शुभारंभ एवं स्वागत करते हुए विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो ने कहा कि इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने से न केवल छात्रों के ज्ञान में वृद्धि होती है, बल्कि उनके व्यक्तित्व का भी विकास होता है। संस्कृत साहित्य में भारतीय संस्कृति निहित एवं सुरक्षित हैं, जिनके अनुपालन से मानवीय गुणों का भी विकास किया जा सकता है। भारतीय संस्कृति हमें “वसुधैव कुटुंबकम्” की सीख देती है।
संस्कृत सप्ताह समारोह के संयोजक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि आज का युग प्रतियोगिताओं का है। अच्छे कैरियर के चुनाव के बाद छात्रों को बराबर सामान्य ज्ञान की परीक्षाओं का सामना करना पड़ता है। भारतीय संस्कृति श्रेष्ठ है, जिसका क्षेत्र भी अति विस्तृत है। इस कारण प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा में इससे प्रश्न अवश्य ही पूछे जाते हैं। संस्कृत के छात्रों से ‘भारतीय संस्कृति के ज्ञान’ की अपेक्षा भी की जाती है। भारतीय संस्कृति सर्वाधिक प्राचीन एवं जीवनोपयोगी है, जिसे न केवल जनने की, बल्कि अपने जीवन में अपनाने की भी जरूरत है।
विभागीय प्राध्यापिका डा ममता स्नेही ने छात्रों को प्रतियोगिताओं के नियमों की जानकारी देते हुए उसका संचालन एवं मूल्यांकन किया।