शतरंज में रुद्र प्रताप- प्रथम, विवेक- द्वितीय व अभय- तृतीय तथा कैरम में मंगेश- प्रथम, गोविंद- द्वितीय व रुद्र प्रताप ने पाया तृतीय स्थान।
शिक्षा एवं खेल एक- दूसरे के पूरक, अच्छे मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खेलकूद में सहभागिता बहुत जरूरी- प्रो विश्वनाथ।
बुद्धि एवं रणनीति युक्त शतरंज एक महत्वपूर्ण, बेहद रोचक, अत्यंत लोकप्रिय एवं प्राचीन इनडोर खेल- डा चौरसिया।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की स्थापना के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में सी एम कॉलेज, दरभंगा में शतरंज एवं कैरम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा, महाविद्यालय के बर्सर डा आर एन चौरसिया, विश्वविद्यालय के खेल उप पदाधिकारी अमृत कुमार झा, महाविद्यालय के खेल पदाधिकारी डा यादवेन्द्र सिंह, दर्शनशास्त्र के विभागाध्यक्ष डा शशांक शुक्ला व अर्थशास्त्र के प्राध्यापक डा नीरज कुमार, आयोजन समिति के सदस्य डा सुरेन्द्र भारद्वाज, डा शैलेन्द्र श्रीवास्तव, अखिलेश कुमार राठौर तथा डा संदीप कुमार, डा रजनी सिंह तथा अमरजीत कुमार सहित 50 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कैरम प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए पूर्व प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि यह एक इंडोर गेम हैं, जिसे बच्चे एवं बूढ़े सभी खेल सकते हैं, क्योंकि इसे आसानी से कहीं भी खेला जा सकता है। वैसे इसकी शुरुआत भारत में हुई थी, परंतु इसे ज्यादातर एशियाई देशों सहित पूरी दुनिया में खेला जाता है। कैरम में कौशल, अभ्यास तथा दृढ़ संकल्प की अति आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं खेल एक- दूसरे के पूरक हैं। अच्छे मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खेलकूद में सहभागिता बहुत जरूरी है।
वहीं शतरंज प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया ने कहा कि यह बुद्धि एवं रणनीति युक्त महत्वपूर्ण खेल है जो बेहद रोचक, अत्यंत लोकप्रिय एवं प्राचीन इनडोर खेल है। शतरंज से सोचने- समझने की क्षमता में वृद्धि होती है जो हमें एक सफल रणनीति बनाने में मदद करता है। यूं इसकी शुरुआत भारत में हुई थी, पर अब यह पूरे विश्व में खेला और पसंद किया जाता है। शतरंज का प्रारंभिक नाम चतुरंग था, जिसका उल्लेख बाणभट्ट के हर्षचरित पुस्तक में मिलता है। इसे खेलने के लिए ताकत नहीं, बल्कि दिमाग की आवश्यकता होती है तथा दूसरों की चाल के अनुसार अपनी चाल बदलनी भी पड़ती है।
महाविद्यालय के कॉमन रूम में आयोजित शतरंज प्रतियोगिता में रूद्र प्रताप चौहान- प्रथम, विवेक कुमार- द्वितीय तथा अभय कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहींं कैरम प्रतियोगिता में मंगेश कुमार सिंह- प्रथम, गोविंद गोपाल- द्वितीय तथा रूद्र प्रताप चौहान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
दोनों ही प्रतियोगिताओं के नियमों की जानकारी देते हुए निर्णायक मंडल के सदस्यों में डा यादवेंद्र सिंह, डा नीरज कुमार तथा डा शशांक शुक्ला शामिल थे। अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत डा संदीप कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा सुरेन्द्र भारद्वाज ने किया।