लोगों को जागरूक करने के लिये मनाया जाता विश्व स्वास्थ्य दिवस- प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा
डीएमसीएच के शिशु विभाग में कार्यक्रम का आयोजन
दरभंगा. 7 अप्रैल. विश्व स्वास्थ्य दिवस पर डीएमसीएच के शिशु विभाग में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें विभाग के चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया. मौके पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह विभागाध्यक्ष डॉ केएन मिश्रा ने कहा कि यूएनओ ने 1948 ने सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना की. दो साल बाद 1950 से स्थापना दिवस सात अप्रैल को पूरे विश्व में विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. प्रति वर्ष स्वास्थ्य जागरूकता के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन एक थीम देता है. विश्व स्वास्थ संगठन स्वास्थ्य को प्रत्येक व्यक्ति का मूलभूत अधिकार मानता है. शिशु विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉ मानवेंद्र कुमार ने विश्व स्वास्थ्य दिवस की महत्ता को दर्शाते हुये बताया कि ‘हम तभी स्वस्थ रहेंगे जब हमारी पृथ्वी स्वस्थ रहेगी. ‘आवर प्लेनेट आवर हेल्थ’, इस साल विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम स्वास्थ्य जागरूकता के लिए पर्यावरण के जागरूकता के साथ जोड़ दी गई है.
कई तरह के खतरों से जूझ रही पृथ्वी
शिशु विभाग के सेमिनार हॉल में आयोजित कार्यक्रम में डॉ अशोक कुमार ने कहा कि आज पृथ्वी कई तरह के खतरों से जूझ रही है. कार्बन उत्सर्जन, ओजोन परत में क्षरण, प्लास्टिक का अनुचित उपयोग, जंगलों का नाश इसके उदाहरण है. ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है. बहुत सारे जीव- जंतु इसके कारण विलुप्त हो जा रहे हैं. अभी समय है मानव को सचेत हो जाना चाहिये. पर्यावरण की सुरक्षा के लिये सभी को संकल्पित होने की जरूरत है. बताया कि पर्यावरण सुरक्षित रहने पर ही हमारा स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा. डॉ रिजवान हैदर ने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बहुत जरूरी है. इसके लिए दिन में कुछ घंटे हंसना भी बहुत जरूरी है. अगर चिकित्सक खुश रहेंगे तो मरीज भी खुश रहेंगे. वहीं हमारा समाज भी खुश रहेगा. परिणामस्वरूप हमारी पृथ्वी भी खुशियों से भर जाएगी. मौके पर डॉ केकेपी महथा, डॉ चंदन मिश्रा, डॉ अमित, डॉ अंजुम इकबाल, डॉ रणधीर, डॉ अजीत आदि ने अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम के अंत में सभी ने प्रण लिया कि वे अपने पृथ्वी के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पर्यावरण को शुद्ध रखेंगे और पौधारोपण करेंगे.