दरभंगा। वैदेही फाउंडेशन, दरभंगा के तत्वावधान मे गोविंद पैलेस स्थित सभागार मे एक अभिनन्दन समारोह आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्य रूप से मिथिला मैथिली के लिए समर्पित संस्था चेतना समिती के नव निर्वाचित अध्यक्ष निशा झा, उपाध्यक्ष ऋषि मिश्रा,विधान पार्षद हरि सहनी के सम्मान मे आयोजित किया गया।

इस अवसर पर चेतना समिति पटना के नवनिर्वाचित पदाधिकारीगण उपस्थित हुये। सर्वप्रथम मंगलाचरण डॉ. सुषमा झा द्वारा प्रस्तुत किया गया, तत्पश्चात कार्यक्रमक उद्घाटन मंच पर उपस्थित अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पुर्व प्रधानाचार्य डॉ. विद्यानाथ झा एवं मंच संचालन अमलेंदु शेखर पाठक ने किया। वैदेही फाउंडेशन के गोपाल चौधरी द्वारा निशा झा का सम्मान पाग चादर से किया गया। साथ ही अतिथि स्वागत गीत अकाशवाणी दरभंगा के गायक दीपक कुमार झा ने किया। साथ ही स्वागत भाषण अमल कुमार झा ने दिया।

इस अवसर पर चेतना समिति के अध्यक्ष निशा झा ने कहा की मिथिला के विकास विषय मे मुद्दा आ मुद्दै अलग है, मगर मिथिला राज्य की मांग करने के लिए सभी संगठन को एक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा की मिथिला एवं मैथिलि के लिये अलग अलग कार्य करें। लेकिन जब सरकार से मांग करना हो तो सभी संगठन एक मंच पर हो जायें।

उपाध्यक्ष ऋषि मिश्रा ने कहा की चेतना समिति राजनितिक नहीं सामाजिक मंच है, ये मिथिला एवं मैथिलि के लिये ही कार्य करता है,इसके विकास के लिये हम सदैव तत्परता के साथ कार्य कर रहे हैं और करते रहेंगे। नव निर्वाचित विधानपार्षद हरी सहनी ने कहा की मैथली की शिक्षा विद्यालयों में शुरू हो इसके लिए हम प्रयास करेंगे। आपने उद्बोधन में बैजू ने कहा की मिथिला राज्य एवं मैथिलि के विकास के लिए इस छेत्र में काम करने वाली सभी संस्थाओं एवं सभी जाति एवं धर्म के लोगों को एकजुट होकर कार्य करना होगा।

कार्यक्रम को प्रदीप गुप्ता, रंगनाथ ठाकुर, डॉ. रमण झा, विवेकानन्द ठाकुर, मदन कुमार पाठक आदि ने भी सम्बोधित किया। मैथिली अकादमी के पुर्व अध्यक्ष कमलाकांत झा ने कहा की मिथिला और मैथिली के लिये सभी लोग चिंतित रहते हैं कोई एक दो व्यक्ति व संस्था के प्रयास से मैथिली आगे नहीं बढ़ी। बल्कि अनेक मैथिलों के प्रयास से हम आगे हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने समस्त मिथिला के लोगों से आग्रह किया की मिथिला क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिये सभी एकजुट हो जायें।

हायाघाट के पुर्व विधायक अमरनाथ गामी ने अपने उद्बोधन मे कहा मिथिला मैथिली की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कैसे हो इसपर मेहनत करना पड़ेगा। इसके लिये चेतना समिति के साथ साथ अन्य संस्थाओं को भी सोचना पड़ेगा।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे डॉ. विद्यानाथ झा ने कहा मिथिला क्षेत्र मे जीविका के अनेक प्राकृतिक संसाधन हैं। हमलोगों को चाहिए की इसका सदुपयोग करें और इसी क्षेत्र मे रोजगार बढ़ाये । धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अरूण कुमार झा ने किया। इस अवसर पर डॉ. केशवेंद्र चौधरी, मदन कुमार झा, रंजीत कुमार झा, दुर्गा नंद ठाकुर, सन्तोष कुमार,ठाकुर भूपेंद्र किशोर आदि उपस्थित थे।