पटना: बिहार के सीतामढ़ी में 16 साल की छात्रा के साथ घिनौना काम किया गया है. नाबालिग छात्रा के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया. बेहोश कर हैवानों ने दरिंदगी की घटना को अंजाम दिया. लेकिन दुर्भाग्य न पुलिस कार्रवाई की है और न ही पंचायत प्रतिनिधियों ने. पंचायत ने और भी विवादित फैसले दे दिए. कह दिया- ‘समझौता कर लो’. अब सोच लीजिए, ऐसे में बदमाशों का मन-मिजाज क्यों नहीं बढ़ेगा. यह शर्मनाक घटना महिन्दवारा थाना क्षेत्र के गांव की है.
बताया जाता है कि सीतामढ़ी में 10वीं की छात्रा के साथ 3 लोगों ने गंदा काम यानी गैंगरेप किया. घटना के समय किशोरी अपनी एक सहेली की शादी से वापस घर लौट रही थी. इसी दौरान उसे हैवान युवकों ने घेर लिया और उसे नशा सूंघा कर बेहोश कर दिया, फिर घटना को अंजाम दिया. सुबह 4 बजे जब किशोरी को होश आया तो वह घर पहुंची और घर के लोगों को इसकी जानकारी दी.
घरवाले पीड़िता को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों के पास पहुंचे. इस पर पंचायत ने समझौता कर मामले को दबाने की कोशिश की. लेकिन पीड़िता और उसके घरवाले समझौता के लिए बिल्कुल ही तैयार नहीं हुए. बाद में यह मामला महिला थाना पहुंचा. काफी हल्ला-गुल्ला के बाद महिला थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी. महिला थानेदार रेखा सिन्हा ने आज सदर अस्पताल में पीड़िता की मेडिकल जांच करायी है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
लेकिन यहां भी बड़ा सवाल है कि पंचायत के जिन लोगों ने पीड़िता को समझौता करने को कहा, क्या उनके खिलाफ कोई कार्रवाई होगी?. पीड़िता ने अपनी मां के साथ महिला थाना पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसमें पीड़िता ने अपने गांव के ही तीन युवक संतोष, अभिषेक व ब्रजेश पर आरोप लगाया है. इस संबंध में महिला थानेदार रेखा सिन्हा ने कहा कि पीड़िता का बयान लेने के बाद उसे रविवार को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मेडिकल जांच हुई. वहीं सूचना मिलने पर महिन्दवारा थाना की पुलिस भी महिला थाना पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है.