पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान संस्थान में हुआ शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन

#MNN@24X7 दरभंगा, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान संस्थान, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आज शिक्षक दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपने विभागीय शिक्षकों के प्रति आदर भाव समर्पित किया। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर दमन कुमार झा कि अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्र -छात्रा एवं विभागीय शिक्षक उपस्थित थे।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर दमन कुमार झा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षक दिवस भारत के राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। भारतरत्न डॉ राधाकृष्णन पहले शिक्षक थे, फिर राजनीतिज्ञ । शिक्षक के रूप में जो उन्होने अलख जगाया, मार्ग दर्शन किया वह आज भी हम सबों के लिए अत्यधिक प्रासंगिक है।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी केवल शिक्षकों से ज्ञान ही प्राप्त नहीं करते हैं अपितु उनके आचार-व्यवहार से उन्हें जीवन रस भी प्राप्त होता है, जिससे कि उन्हें आगे की रास्ता सवारने में मदद मिलती है। शिक्षक हमेशा से छात्रों के रोल मॉडल रहे हैं। इसलिए उन्हें उसी प्रकार का आचरण करना चाहिए, जिससे वे अपने छात्रों को एक आदर्श नागरिक बनाने में मददगार साबित हो सके।इस अवसर पर संस्थान के निदेशक सभी छात्र छात्राओं को अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए शुभकामनायें दीं ।

संस्थान के शिक्षक सर्वश्री गोपाल कृष्ण झा, गंगाराम प्रसाद और मिथिलेश कुमार पासवान ने शिक्षक दिवस के अवसर पर छात्र एवं छात्राओं को डॉ राधाकृष्णन के विषय में विषद जानकारी दी। रंजीत कुमार महतो ने छात्र छात्राओं को शिक्षकों के बात को ध्यान से सुनने और उस पर अमल करने के बारे में बताया।उन्होंने कहा कि अगर लगन से कोई कार्य किया जाय तो सफलता निश्चित है।

आरम्भ में शिक्षकों ने फीता काट कर वर्ग में प्रवेश किया। सभी शिक्षकों को छात्र छात्राओं द्वारा पाग और चादर से सम्मानित किया गया।शगुफी शायदा के संचालन में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में चेतना मुस्कान ने स्वागत गान प्रस्तुत किया ।

संस्थान के छात्र-छात्राओ द्वारा भाषण, गीत, एवं डॉ राधाकृष्णन के जीवनी को बखूबी दर्शाया गया। सभी शिक्षक एवं छात्र छात्राओं ने केक काट कर भारतरत्न डॉ राधाकृष्णन की जयंती मनाई। कार्यक्रम में सपना झा, सुधा कुमारी, कविता कुमारी, रानी कुमारी, रवीश कुमार, प्रणव कुमार, आशीष कुमार, श्रवण कुमार ठाकुर, रमेश कुमार, अरुण कुमार आदि छात्र छात्राओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।साथ ही संस्थान के सभी कर्मी शंभू दास, प्रीति श्रीवास्तव, लालबाबू आदि उपस्थित थे।