-सभी प्रखण्ड कार्यालय में बनेगा आयुष्मान कार्ड

दरभंगा, 05 मार्च। समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी के कार्यालय प्रकोष्ठ में डीएम राजीव रौशन की अध्यक्षता में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिला के आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. वीरेन्द्र कुमार द्वारा बताया गया कि दरभंगा जिले में आयुष्मान कार्ड बनने की गति धीमी है। 27 लाख के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध अब तक केवल तीन लाख लोग ही आयुष्मान कार्ड बनवाएँ हैं। जिलाधिकारी ने इसके लिए सभी प्रखण्ड मुख्यालय में आयुष्मान कार्ड बनाने वाली वसुधा टीम की काउंटर लगवाने का निर्देश दिया। साथ ही नगर निगम, दरभंगा, नगर परिषद्, बेनीपुर, जिला निबंधन-सह-परामर्श केन्द्र, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं जीविका के सभी सी.एल.एफ. सेन्टर पर आयुष्मान कार्ड बनाने को स्थायी काउण्टर लगवाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने इन स्थायी काउण्टरों के संबंध में सभी पंचायत जनप्रतिनिधि को पत्र के माध्यम से जानकारी देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पत्र के साथ ही इस योजना के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों की सूची भी उपलब्ध करायी जाए, जहाँ पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज कराया जा सकता है। उन्होंने पटना एवं दिल्ली के सूचीबद्ध बड़े अस्पतालों की भी जानकारी देने का निर्देश दिया।

आयुष्मान कार्ड को लेकर चलाया जायेगा जागरूकता अभियान –
बैठक में श्रम अधीक्षक द्वारा बताया गया कि नाम, उम्र एवं पता मिसमैच करने के कारण बहुत से लोगों का कार्ड नहीं बन पा रहा है। उन्होंने बताया कि पोर्टल मिसमैच पर रिजेक्ट कर देता है। जिलाधिकारी ने इस आशय की जानकारी सरकार को देने हेतु जिला कार्यक्रम समन्वयक को निर्देश दिया गया ताकि पोर्टल पर सुधार का विकल्प बनाया जाए। उन्होंने सभी विभाग को अपने कर्मियों के माध्यम से योग्य लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड के काउण्टर पर भेजवाने हेतु पत्र लिखने को कहा। साथ ही इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिये। गौरतलब है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत एस.ई.सी.सी. के वैसे लाभुक जो गरीबी रेखा के नीचे हैं, अमूमन सभी राशन कार्डधारी इसके पात्र हैं। उन्हें केवल अपना आधार कार्ड, अपना राशन कार्ड और अपने मोबाइल के साथ किसी भी वसुधा केन्द्र या यू.टी.आई. सेन्टर पर जाना है, उनके राशन कार्ड के नीचे अंकित 24 अंक के माध्यम से पात्रता की जाँच की जा सकती है।

परिवार के अलग- अलग सदस्यों का बनेगा कार्ड-
आयुष्मान कार्ड परिवार के सभी लोगों का अलग-अलग बनेगा। यदि आयुष्मान कार्डधारी किसी गंभीर बीमारी या वैसी बीमारी का इलाज कराना चाहता है, जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होना आवश्यक है, तो वे जिले के 21 सरकारी एवं 17 सूचीबद्ध निजी अस्पताल में से किसी भी अस्पताल में जाकर निःशुल्क 05 लाख रूपये तक का इलाज करा सकते हैं।
इस योजना की विशेषता यह है कि उनके अस्पताल में भर्ती होने के 03 दिन पूर्व और डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद तक का इलाज और दवाइयों पर हुआ खर्च भी इसमें शामिल किया जाता है।
इस कार्ड की विशेषता यह है कि प्रत्येक वर्ष 01 अप्रैल को इस कार्ड का स्वतः नवीकरण हो जाता और इस कार्ड का लाभ लाभार्थी जीवन भर उठा सकते हैं।
दरभंगा जिले के 27 लाख लाभुक योग्य हैं, जिन्हें आशा द्वारा बताया भी जा चुका है। यानि जिले के 27 लाख लोग आयुष्मान कार्ड बनवाने की पात्रता रखते हैं, लेकिन अभी भी जिले के केवल लगभग 03 लाख लोगों ने ही आयुष्मान कार्ड बनवाया है। यानि 24 लाख लोग अभी भी जानकारी के अभाव में या प्रयास नहीं करने के कारण छूटे हुए हैं।
पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका एवं आशा कार्यकर्ता के साथ अनेक ऐसे सरकारी कर्मी व जन प्रतिनिधि हैं, जो घर-घर भ्रमण करते हैं, जिनमें विकास मित्र, किसान सलाहकार, पंचायत सचिव, कर्मचारी भी शामिल हैं। उनके द्वारा भी लोगों को इसके लिए जागरूक किया जा सकता है।

निबंधित अस्पताल की सूची –
दरभंगा के अमृत नर्सिग होम, आई.बी. स्मृति आरोग्य सदन, जोगिन्दर मेमोरियल मेडिकल अस्पताल, पारस ग्लोबल अस्पताल, प्रसाद पोली क्लीनिक, आर.आर.आई. अस्पताल, सर्राफ ऑर्थों स्पाईन एवं मैटरनीटी सेन्टर, शेखर नेत्रालय एण्ड इअर नोज थ्रोट अस्पताल, शुभम् नर्सिग होम, श्यामा सर्जिकल संस्थान, श्री साईं अस्पताल, श्री विसुधानंद अस्पताल प्राईवेट लिमिटेड, स्वामी विवेकानन्द कैंसर अस्पताल, यूरो स्टोन रिसर्च प्राईवेट लिमिटेड, महावीर नेत्रालय, प्राइम हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर एवं दरभंगा चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, जैसे बड़े-बड़े हॉस्पिटल इसकी सूची में शामिल है। जहाँ आयुष्मान कार्डधारी अपना इलाज करा सकते हैं।
बैठक में अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी, नगर आयुक्त अखिलेश प्रसाद सिंह, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अजय कुमार, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता सहित सभी संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।