#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 17 जुलाई, शोषित, उत्पीड़ित, जुल्म की शिकार महिलाओं को सदस्यता अभियान के जरिये संगठन से जोड़कर इन्हें न्याय दिलाने को ऐपवा संघर्ष तेज करेगी। ये बातें सोमवार को रहीमाबाद में सदस्यता अभियान के दौरान महिला संगठन के जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा।
सदस्यता अभियान के दौरान नये सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नगर परिषद एवं प्रखण्ड क्षेत्र में महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है। महिला हितैषी योजनाओं में लूट- भ्रष्टाचार व्याप्त है। महिलाओं पर दमन, उत्पीड़न, जुल्म, अत्याचार जारी है लेकिन अपने को महिला हितैषी बताने वाली केंद्र एवं राज्य सरकार के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को इससे कोई लेना- देना नहीं है। महिला मजदूरी मामले में सरकार के न्यूनतम मजदूरी कानून का खुल्लमखुल्ला उलंघन किया जा रहा है। लेकिन न कोई संगठन, न ही राजनीतिक दल एवं न ही अधिकारी कुछ करने, बोलने को तैयार हैं।
ऐसी स्थिति में महिला संगठन ऐपवा महिलाओं को अपने बैनर तले संगठित कर न्याय से बंचित महिलाओं को न्याय दिलाने को संघर्ष का रूख अख्तियार करेगी। उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि 5 रू० सदस्यता शुल्क देकर क्षेत्र की महिलाएं ऐपवा का सदस्य बनें, संगठित हों और संघर्ष करें।